दरअसल शहर के पत्रकार सोनू शर्मा को एक आठवीं कक्षा का छात्र संदिग्ध अवस्था में मिला, पत्रकार सोनू ने उस बालक से पूछताछ की। भटका हुआ बालक रो रहा था फिर पत्रकार ने उसे समझाकर शांत किया फिर बातचीत की जिसके बाद उन्होंने इस पुरे घटना की सूचना एसएसपी को दी। सूचना देने के बाद बच्चें को नगर थाना लाया गया जहां थानाध्यक्ष के पूछताछ करने पर बड़ा खुलासा हुआ।
पूछताछ के दौरान बच्चें ने बताया कि उसका जीजा उसे अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए घर से लुधियाना ले गया था और वहां उससे काम करवाता था। बच्चें ने जब पढ़ाई की बात की तो उसे घर से निकाल दिया। फिर वो बालक भटकता हुआ मुजफ्फरपुर पहुंच गया।
पत्रकार सोनू शर्मा की जिंदादिली ने भारत-नेपाल बेटी-रोटी संबंध को मजबूत किया।मीडिया फॉर बार्डर हार्मोनी परिवार ने इस जिंदादिली के लिए बधाई दी साथ ही पत्रकार अमरेंद्र तिवारी ने कहा ‘भारत और नेपाल के बीच हमारा जो संबंध है वो अटूट हैं, शर्मा को बधाई।
बच्चे की पहचान अरमान अंसारी, पिता – सफी अंसारी, चौलिथा पोखरिया, जिला – सर्लाही, नेपाल के रुप मे हुई।