बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही महागठबंधन में मुश्किलों का दौर भी शुरू हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के बाद रालोसपा (RLSP) भी पार्टी से अलग हो गया. रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने नया गठबंधन तैयार किया है. उन्होंने बसपा के साथ गठबंधन का किया एलान किया है इसमें जनवादी पार्टी सोशलिस्ट पार्टी भी शामिल हुआ है. अब चुनावी पिच में एक और बड़ा उलटफेर होने की संभावना बनती दिख रही है. सूत्रों की मानें तो रालोसपा के प्रधान महासचिव माधव आनंद के आरजेडी में जाने की अटकलें तेज हो गई है. राबड़ी देवी (Rabri Devi) के सरकारी बंगले में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) मुलाकात हुई है.
जानकारी के मुताबिक, महागठबंधन से नाता तोड़ने के बाद भी रालोसपा के प्रधान महासचिव माधव आनंद तेजस्वी यादव से मिलने पहुंचे. राबड़ी देवी के सरकारी बंगले में दोनों की मुलाकात हुई है. ये मुलाकात करीब 5 घंटे तक चली. सूत्रों की मानें तो माधव आनंद आरजेडी जाने की तैयारी में हैं. माधव आनंद अपने लिए आरजेडी में जगह तलाश रहे हैं, इसलिए ये गुपचुप हुई है. हालांकि न्यूज 18 का कैमरा देखते माधव आनंद मुंह फेरने की कोशिश करने लगे. मुलाकात पर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा, पुरानी जान पहचान है, इसलिए मिलने आए थे.
सभी 243 सीटों में चुनाव लड़ने का ऐलान
उपेन्द्र कुशवाहा ने बसपा के साथ सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का भी ऐलान किया. उन्होंने चिराग को भी न्योता दिया और कहा कि इस गठबंधन में जो आना चाहें सबका स्वागत है. रालोसपा में मची भगदड़ पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि हमने अपनी नाव मंझधार से निकाल ली है, लेकिन जो कमजोर दिल वाले हैं वो उतरकर भाग रहे हैं. कुशवाहा ने लालू-राबड़ी शासनकाल पर भी हमला बोलते हुए कहा कि लालू राज में लोग दोनों हाथों से पैसे बटोरते थे. पैसे के बिना कोई कम नहीं होता था. नीतीश कुमार भी पुराने 15 साल की तरह काम कर रही और बिहार में दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि लालू के समय में शिक्षा व्यवस्था कैसी थी इससे समझ सकते हैं कि वे अपने दोनों बेटों को मैट्रिक भी पास नहीं करवा पाए.
Input: News18