प्रखंड के सरैया गांव स्थित बाबा संतपुरी शिव मंदिर में शनिवार को वार्षिक एक दिवसीय पूजनोत्सव सह रोट मेले का आयोजन किया गया। यह आयोजन हर साल आषाढ़ मास की चतुर्दशी को होता है, जिसमें दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु समाधि स्थल पर पहुंचते हैं।
श्रद्धालु बाबा संतपुरी के समाधि स्थल पर मोठी रोटी (रोट) चढ़ाते हैं और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं। बरसात के मौसम में भी श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ, और उन्होंने पानी व कीचड़ को पार करते हुए मंदिर में पूजा-अर्चना की।
ग्रामीण चंद्र किशोर प्रसाद सिंह और इंद्र देव सहनी ने बताया कि बाबा संतपुरी महान तपस्वी थे जिन्होंने जन कल्याण के लिए समाधि ली थी। सैकड़ों वर्षों से लोग यहां आकर उनके समाधि स्थल पर पूजा-अर्चना करते हैं।
वार्षिक पूजनोत्सव और रोट मेले का आयोजन भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है, जहाँ वे सामूहिक रूप से बाबा संतपुरी की स्मृति में श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।