आये दिन विवादो में रहने वाले मुज़फ़्फ़रपुर जंक्सन के पार्किंग ठेकेदार के दबंगई के खिलाफ जब नवेन्दु ने आरटीआई से करवाई का जबाब मांगा तो आरटीआई ने अजीबोगरीब जवाब दिया है।
आप खबर में सलंग्न उस आरटीआई लेटर को देख सकते है जिसमे जवाब देते हुए कितने बेशर्मी से सिर्फ यह लिख दिया गया है कि तीन करोड़ दो लाख छियासठ हजार में रश्मि इंटरप्राइजेज को ठेका दिया गया।
इस कंपनी पर पैसे को लेकर और दबंगई को लेकर 13 परिवाद दर्ज किया गया मगर आज तक सिर्फ चेतावनी ही मिली है। क्या आपको ऐसा नही लगता है कि कही इस कंपनी का सरकार तक मिलीभगत तो नही।
इस कंपनी ने लगातार नियम का उल्लंघन किया है यहाँ तक की नियमानुसार रेलवे कर्मी से पार्किंग शुल्क नही लेना है मगर इन अवैध ठेकेदारो पर नियम का कोई फर्क नही पड़ता।
आखिर परे भी क्यों ठीकेदार जो ठहरे सरकार के दुलरुआ। बच्चा की तरह सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है।और चेतावनी का क्या है ये तो मिलते रहता है।