मुजफ्फरपुर के गायघाट का जांता-कांटा गांव मेरे अभिनय जीवन का टर्निंग प्वाइंट है। इस गांव में अपने दोस्त मनोज पांडे के बुलाने पर आया और यहां ना जाने हमने कितने नाटक किए। मेरा कार्यक्षेत्र मुजफ्फरपुर शहर और खासकर जांता-कांटा गांव रहा। थिएटर, लेखन और फिल्मों में अभिनय यात्रा संघर्ष भरी रही, पर मंजिल पर पहुंचने का अहसास सुखद रहा। यह कहना है फिल्म लेखक और अभिनेता सागर झा का, जिनकी फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान रिलीज को तैयार है। यह फिल्म ‘शुभ मंगल सावधान की सीक्वल है। इस फिल्म में वह अपने दमदार अभिनय से सुर्खियां भी बटोर चुके हैं। आमिर खान व अमिताभ बच्चन के साथ काम कर बॉलीवुड में अपनी चमक बिखेर रहे सागर मूलत: मधुबनी के फुलपरास के रहने वाले हैं, पर उनका कार्यक्षेत्र मुजफ्फरपुर रहा है। ‘सिंघम, ‘बत्ती गुल मीटर चालू जैसी फिल्मों में सशक्त अभिनय कर चुके सागर कहते हैं कि अभिनय के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता, मगर लेखन भी उनके लिए सांस लेने जैसा है।

2011 में आमिर खान की फिल्म ‘तलाश से मिला बड़ा ब्रेक:

वह बताते हैं कि 2011 में आमिर खान व करीना कपूर के साथ ‘तलाश फिल्म से बड़ा ब्रेक मिला। इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देख। ‘क्या सुपर कूल है हम में अभिनय के साथ सागर ने कई फिल्मों का लेखन भी किया। उनकी फिल्म को जीफा में बेस्ट फीचर फिल्म का अवार्ड भी मिला। इसके अलावा ‘मोरारी द मैड जेंटलमैन जैसी फिल्म की कहानी भी लिखी है। वह कहते हैं कि नाटक आज भी उनके लिए पहली प्राथमिकता है। वह आज जो भी हैं, इसकी बदौलत हैं।

Input : Hindustan

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