सरैयागंज टावर अपने मूल रंग में ही रहेगा। स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं को लेकर नगर निगम के प्रशासक की ओर से बुलाई गई बैठक में गुरुवार को इसपर निर्णय लिया गया। प्रशासक आशुतोष द्विवेदी ने फेस लिफ्टिंग के तहत टावर चौक के जीर्णोद्धार का काम 10 दिनों में पूरा करने का आदेश दिया है।
सरैयागंज टावर का ऐतिहासिक महत्व है। आजादी की लड़ाई में शहीद हुए स्वतंत्रता सेनानियों के नाम टावर पर अंकित हैं। पूर्व में काफी विचार-विमर्श के बाद टावर का रंगरोगन हुआ था। इन परिस्थितियों को देखते हुए टावर को उसके मूल रंग में ही रखने की बात तय की गई है। इस दौरान विभिन्न परियोजनाओं से जुड़े ठेकेदार व प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग कमेटी (पीएमसी) के अधिकारी मौजूद रहे।
पांच इंटेलिजेंट ट्रैफिक मॉनिटरिंग जंक्शन होंगे चालू : इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (आईसीसीसी-एमएसआई) के काम के लिए सड़क खोदकर केबल डालने की अनुमति दे दी गई है। योजना के तहत 100 किलोमीटर की दूरी में केबल बिछाना है। साथ ही कम से कम पांच इंटेलिजेंट ट्रैफिक मॉनिटरिंग (आईटीएम) जंक्शन को चालू करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासक के मुताबिक, अभी पूरी क्षमता का सर्वर इंस्टॉल नहीं होने से सभी कैमरे ऑपरेशनल नहीं हो सकते हैं। इसको देखते हुए प्रारंभिक तौर पर तत्काल पांच आईटीएम जंक्शन को चालू किया जाएगा।
Source : Hindustan