कॉरपोरेट की नौकरी छोड़ सेना में जाने का सपना जिले के सौरभ सिंह ने पूरा कर लिया है। सौरभ जब इंडियन मिलिट्री एकेडमी के पासिंग आउट परेड में शामिल हुए तो उनका बचपन का सपना साकार हो गया। 11 जून को देहरादून में पासिंग आउड परेड के साथ ही सौरभ का भारतीय थल सेना का अधिकारी बनने का सपना पूरा हो गया।
लेफ्टिनेंट सौरभ सिंह ने बताया कि यह बचपन का सपना था। दादा जुगल प्रसाद सिंह और पिता संजय सिंह दोनों ने ही देश की सेवा की। मैं अपने घर की तीसरी पीढ़ी हूं, जिसने देश सेवा की राह पकड़ी है। ब्रहमपुरा निवासी सौरभ की मां वीणा कहती हैं कि बचपन से ही उसने यही सपना देखा। आर्मी पब्लिक स्कूल से स्कूल की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद बीटेक किया और फिर लाखों का पैकेज सेना में जाने के लिए छोड़ दिया।
Source : Hindustan