बिहार में लगातार कम बारिश होने से इस बार सितंबर महीने में गर्मी कहर बरपा रही है। सुबह के सात बजे से ही तीखी धूप लोगों को चुभने लगती है। गर्मी से लोग दिन भर बेहाल रहने को मजबूर है। दरअसल सूबे में कम बारिश होने का सीधा असर अधिकतम और न्यूनतम तापमान पर देखने को मिल रहा है। गर्मी के इस तेवर से अधिकतर शहरों का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री अधिक बना हुआ है।
वहीं दूसरी तरफ नमी का प्रवाह बढ़ने से राज्य भर में भारी उमस की स्थिति बन रही है। मौसमवैज्ञानिकों का कहना है कि इतना उमस सामान्य नहीं है। उनका कहना है कि पहले सितंबर में ऐसी गर्मी नहीं होती थी। सामान्यत अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री होता था जो कि इस मौसम का मानक तापमान भी है। 3-4 पहले तक अधिकतम तापमान इसके आसपास ही रहता था जबकि इसके 10 साल पहले स्थितियां और अलग थीं।
मालूम हो कि बिहार में सितंबर महीने में अधिकतम तापमान 30 डिग्री के आसपास रहता था। बादलों की आवाजाही और बारिश की स्थिति बने रहने की वजह से ऐसा होता था। लेकिन हाल के वर्षों में उसमें भी खासकर इस वर्ष जून से लेकर अब तक बारिश की मात्रा और बारिश के दिनों में कमी की वजह से सामान्य से अधिक तापमान वाले दिनों की संख्या बढ़ गई है।