व्यवहार न्यायालय परिसर में फैमिली कोर्ट के लिए अगल भवन बनेगा। विधि विभाग ने इसकी स्वीकृति दे दी है। कोर्ट परिसर में ही भवन निर्माण विभाग जी प्लस वन भवन सह आवास का निर्माण कराएगा। नये भवन निर्माण की अगले माह जून में भवन निर्माण विभाग को प्रशासनिक स्वीकृति मिल जाने की संभावना है। इसके बाद विभाग प्राक्कलन तैयार करेगा।

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्राक्कलन बनने के बाद इसका टेंडर निकलेगा। नवंबर तक भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। भवन भूकंपरोधी होगा। साथ ही इसमें सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद होगी। फैमिली कोर्ट का परिसर अभी छोटा पड़ रहा है। इससे परेशानी होती है।

फैमिली कोर्ट का अलग भवन बनने से होगा फायदा जानकारी के अनुसार अभी फैमिली कोर्ट 2500 से अधिक केस की सुनवाई चल रही है। हर दिन सैकड़ों लोग कोर्ट परिसर पहुंचते है। जगह छोटी होने से उन्हें परेशानी होती है। नये भवन में अधिक जगह मिलने से तारीख पर पहुंचने वालों को फायदा होगा। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राम कृष्ण ठाकुर उर्फ रामबाबू ठाकुर ने बताया कि फैमिली कोर्ट में हर दिन करीब 100 केस की सुनवाई होती है। कई केस पेंडिंग भी हैं। उत्तर बिहार का यह सबसे बड़ा फैमिली कोर्ट है। जगह छोटी होने से परेशानी होती है। विधि विभाग से नये भवन की स्वीकृति मिली है।

व्यवहार न्यायालय परिसर में फैमिली कोर्ट का अलग भवन बनाने की स्वीकृति विधि विभाग से मिली है। जून में प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल जाएगी। इसके बाद प्राक्कलन सहित अन्य काम तेज किए जाएंगे। नवंबर तक भवन निर्माण शुरू हो सकता है।
– भूलन प्रसाद, कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण विभाग।

Source : Hindustan

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