90 के दशक में लालू प्रसाद यादव कही सभा करने जाते थें तो एक नारा जरूर देते थें -ओ गाय, भैंस, बकरी, सुअर चराने वालों पढ़ना लिखना सीखो। इसी को ध्यान में रहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अपने ड्रीम ‘चरवाहा विद्यालय’ की स्थापना की थी। उस विद्यालय के हेडमास्टर सीताराम राय का सोमवार की सुबह निधन हो गया।
23 दिसंबर 1991 को मुजफ्फरपुर के तुर्की कृषि विभाग की पच्चीस एकड़ जमीन पर चरवाहा विद्यालय खोला गया था। सीताराम राय उसके तत्कालीन हेडमास्टर थें। हेमचंद्र सिरोही मुजफ्फरपुर के तत्कालीन कलक्टर एवं एके विश्वास तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त थे। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने 15 जनवरी 1992 ने भव्य समारोह आयोजित कर इसका उद्घाटन किया था। उस वक्त सीताराम राय ने छात्रों को टाइपिंग, जूते बनाना, पत्ता प्लेट निर्माण, लोहरगिरी, बढ़ई गिरी, पापड़ तिलौरी बनाने, मचिया निर्माण, टोकरी बनाने का काम सिखाया था।
शिक्षक सीताराम राय के निधन की खबर से आस पास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके पुत्र अनिल कुमार अनल ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनके निधन पर संस्कार भारती उत्तर बिहार प्रान्त के कार्यकारी अध्यक्ष संजीव शर्मा, नीलेश कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता कुन्दन कुमार, युवा कवि श्यामल श्रीवास्तव, रमेश रत्नाकर, नित्यानंद शर्मा, सुनील कुमार पिंटू सहित सैकड़ों की संख्या में लोगों ने श्रद्धांजलि दी।