उदयपुर में नूपूर शर्मा के समर्थन की वजह से कत्ल किए गए कन्हैयालाल का शव बुधवार को करीब 11 बजे घर पहुंचा। एमबी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले किया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच कन्हैया का शव घर पहुंचा तो वहां बड़ी संख्या में लोग जुट गए। लोगों ने पुलिस के खिलाफ भी आक्रोश जाहिर किया। दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की गई।
कन्हैया के घर पर चीख-पुकार मची हुई है। परिजन और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है। कन्हैया के बेटे को रोते देख वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं। घर के बाहर बड़ी संख्या में शहरवासी जुट गए। कहीं पैर रखने की जगह नहीं। चीख-पुकार के बीच भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए आसपास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात रखा गया है।
अंतिम यात्रा में हजारों लोग
मोक्षरथ पर शव यात्रा गोवर्धन विलास से रवाना हुई। अशोक नगर श्मशान में अंतिम संस्कार होगा। शव यात्रा में हजारों की संख्या लोग शामिल हैं। पैदल के अलावा बहुत से लोग बाइक और दूसरी वाहनों में सवार हैं। शहर विधायक और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी मोर्चरी गए थे और परिजनों से मिले हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा कि सोशल मीडिया पर टिप्पणी से यह विवाद शुरू हुआ था। धमकियां मिल रही थी, फिर पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की। यह पुलिस का फेल्योर है।
Source : Hindustan