PATNA : बिहार में तेजी से स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगाए जा रहे हैं। बिजली कंपनी का दो करोड़ लोगों के घरों में मीटर लगाने का लक्ष्य है। मीटर लगने के साथ ही इसमें कई तरह की गड़बड़ियां भी सामने आ रही हैं। इसे दूर करने के लिए बिजली कंपनी ने एक दक्ष एजेंसी का चयन करने का निर्णय लिया है जो उपभोक्ताओं से जुड़ी हर तरह की गड़बड़ियों का निबटारा करेगी। इस एजेंसी को स्मार्ट मीटर में आने वाली सभी तरह की बिलिंग समस्याओं का निबटारा करना होगा।
कंपनी के अधिकारियों के अनुसार पहले चरण में राज्य के शहरी क्षेत्रों में साढ़े 23 लाख मीटर लगाने का लक्ष्य तय किया गया। इसमें से 15 लाख मीटर अब तक लग चुके हैं। इसके बाद ग्रामीण इलाकों में मीटर लगाने का काम शुरू हुआ। 36 लाख में से 26 लाख उत्तर बिहार और 10 लाख दक्षिण बिहार में मीटर लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। इसमें से अब तक डेढ़ लाख मीटर लग चुके हैं। राज्य में अभी एक करोड़ 80 लाख से अधिक उपभोक्ता हैं। हर साल बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में पांच-छह लाख की वृद्धि हो रही है। ऐसे में अनुमान है कि आने वाले तीन-चार वर्षोँ में राज्य में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर दो करोड़ को पार कर जाएगी। चूंकि चरणवार तरीके से राज्य के सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगाए जाने हैं। इसके लिए जल्द ही एक करोड़ 11 लाख मीटर लगाने को टेंडर जारी होगा।
सात वर्षों के लिए एजेंसी की ली जाएगी सेवा
चयनित होने वाली एजेंसी अगले सात साल तक कंपनी के साथ मिलकर बिलिंग व्यवस्था पर काम करेगी। स्मार्ट मीटर में अगर कोई बदलाव की बात आएगी तो वह काम चयनित एजेंसी को ही करना होगा। आम लोगों में धारणा है कि साधारण मीटर की तुलना में स्मार्ट मीटर में अधिक बिजली खपत होती है। एजेंसी को इस तरह की शिकायतों का भी समाधान करना होगा।
अभी 2 बिलिंग सॉफ्टवेयर
अभी राज्य के शहरी क्षेत्रों में ईईएसएल (इनर्जी इफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड) की ओर से स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं। इसका अपना बिलिंग सॉफ्टवेयर है। जबकि ग्रामीण इलाकों में लग रहे स्मार्ट मीटर का बिलिंग सॉफ्टवेयर एनआईसी का है।
एक से दूर होंगी दिक्कतें
राज्य में दो तरह के बिलिंग सॉफ्टवेयर होने से बिजली कंपनी को इसे संचालित करने में परेशानी हो रही है। साथ ही उपभोक्ताओं को भी अलग-अलग तरह की समस्याएं हो रही हैं। राज्य में एक ही बिलिंग सॉफ्टवेयर के लिए कंपनी ने एक दक्ष एजेंसी के चयन का निर्णय लिया है।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बिलिंग सॉफ्टवेयर के लिए एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एजेंसी के आने से बिलिंग से संबंधित समस्याओं का आसानी से निबटारा होगा।
-महेन्द्र कुमार, प्रबंध निदेशक, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड
Source : Hindustan