उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ एक टीवी डिबेट में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया पर लखनऊ पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा हैं। लखनऊ पुलिस ने इस मामले में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया के लखनऊ स्थित घर पर नोटिस चस्पा कर उन्हें फरार घोषित कर दिया है।इसमें कहा गया हैं कि अगर एक महीने के भीतर अनुराग सामने नही आते हैं तो उनकी संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी।
मालूम हो कि बीजेपी प्रवक्ता हीरो बाजपेयी ने हजरतगंज थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद 12 नवंबर को अनुराग भदौरिया पर केस किया था। जहां बीजेपी प्रवक्ता ने शिकायत में आरोप लगाते हुए कहा था कि भदौरिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणी की। उन्होंने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाया हैं। हालांकि इस मामले में सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने वीडियो जारी कर माफी मांग ली थी।
शनिवार को लखनऊ पुलिस ने इंदिरा नगर स्थित सपा प्रवक्ता के घर पर सीआरपीसी की धारा 82 के तहत नोटिस चस्पा कर दिया। इस मामले में एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी को 30 दिनों के भीतर आत्मसमर्पण करना होगा। वरना उनकी संपत्ति की कुर्की जब्ती हो जायेगी।
गौरतलब हैं कि भदौरिया पर आईपीसी की धारा 153-ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295-ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा), 298 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से बोलना, 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और 505 (2) (अफवाह फैलाने वाला कोई भी बयान या रिपोर्ट प्रकाशित या प्रसारित करना ) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वहीं इस मामले में अनुराग भदौरिया की सास और पूर्व सांसद सुशीला सरोज ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। सुशीला सरोज का कहना है ये घर उनका है न कि अनुराग का। उनके पति व उन्होंने यह घर मेहनत से बनाया हैं तो दूसरी तरफ डीजीपी लखनऊ मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने कहा कि अनुराग भदौरिया का जो आधार कार्ड है इसी घर का एड्रेस दर्ज है।