पटना: राज्यभर में पिछले डेढ़ साल के दौरान ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले लोगों का डिजिटल डाटा तैयार किया गया है। इसमें तीन बार या उससे अधिक बार यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 10 हजार से अधिक व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है। इन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

एडीजी (ट्रैफिक) सुधांशु कुमार ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि ट्रैफिक नियमों का बार-बार उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ संबंधित जिलों के जिला परिवहन पदाधिकारियों (डीटीओ) को कार्रवाई के लिए अनुशंसा भेजी गई है। नियमानुसार, तीन या उससे अधिक बार नियम तोड़ने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस तीन महीने के लिए रद्द किए जा सकते हैं। अगर इसके बाद भी वे नियम तोड़ते रहे, तो उनका लाइसेंस हमेशा के लिए रद्द किया जा सकता है।

पटना में सबसे अधिक उल्लंघन

चिन्हित किए गए 10 हजार लोगों में से करीब 5 हजार लोग पटना के हैं। इसके अलावा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया जैसे अन्य शहरों के लोगों को भी सूची में शामिल किया गया है।

लोगों द्वारा सबसे अधिक किए गए पांच प्रमुख ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन हैं:
1. लाल बत्ती पर नहीं रुकना।
2. बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाना।
3. उलटी दिशा में वाहन चलाना।
4. दोपहिया पर तीन सवारी करना।
5. चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट नहीं लगाना।

ट्रैफिक पुलिस का नया लोगो और रंग

एडीजी सुधांशु कुमार ने ट्रैफिक पुलिस का नया लोगो भी जारी किया। उन्होंने कहा कि अब ट्रैफिक पुलिस के चेक पोस्ट और अन्य चीजों का रंग बदलकर नीला और सफेद कर दिया गया है। यह रंग आसानी से ध्यान आकर्षित करता है। इसके साथ ही, ट्रैफिक पुलिस की वर्दी भी इसी रंग की होगी।

एडीजी ने सभी ट्रैफिक कर्मियों को अधिक मुस्तैदी से कार्य करने और व्यस्त समय में यातायात सुचारू रखने के निर्देश दिए हैं। यह कदम यातायात व्यवस्था को अधिक प्रभावी और अनुशासित बनाने की दिशा में उठाया गया है।

Muzaffarpur Now – Bihar’s foremost media network, owned by Muzaffarpur Now Brandcom (OPC) PVT LTD