गुजरात में एक छात्रा ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो सभी बच्चों के लिए मिसाल बन गया है। नीट-यूजी परीक्षा में इस छात्रा ने 720 में से 705 अंक हासिल किए हैं, और सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि यह वही छात्रा है जो कक्षा 12वीं में फेल हो गई थी। नीट यूजी परीक्षा के नतीजों की घोषणा शनिवार को हुई थी।
अहमदाबाद की छात्रा की प्रेरणादायक कहानी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह कमाल अहमदाबाद की एक छात्रा ने किया है। सोशल मीडिया पर इस छात्रा की कक्षा 12वीं और नीट यूजी की मार्कशीट वायरल हो रही है, जिसमें दोनों परीक्षाओं में इतने बड़े अंतर को देख हर कोई चकित है। हालांकि, यह पुष्टि नहीं की गई है कि वायरल मार्कशीट उसी छात्रा की है।
कक्षा 12वीं में असफलता और पुनः सफलता
उसकी कक्षा 12वीं की मार्कशीट के अनुसार, फिजिक्स में उसे 21 अंक, केमिस्ट्री में 31 अंक, बायोलॉजी में 39 अंक और अंग्रेजी में 59 अंक मिले थे। कुल मिलाकर, 700 में से उसे 352 अंक प्राप्त हुए थे। रिपोर्ट के अनुसार, स्कूल ने उसकी खराब प्रदर्शन के बारे में उसके माता-पिता को भी बुलाया था।
कोचिंग सेंटर और मेहनत का फल
उसके कोचिंग सेंटर ने बताया कि कक्षा 12वीं में रहते हुए उसने दो बार ड्रॉप आउट भी किया था। उसने कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए एक कोचिंग सेंटर में रजिस्ट्रेशन कराया था और स्कूल में वह केवल डमी छात्रा के रूप में रजिस्टर थी।
नीट-यूजी परीक्षा का रिजल्ट
शनिवार को नीट यूजी परीक्षा का रिजल्ट घोषित होने पर स्कूल प्रशासन भी हैरान रह गया। वह छात्रा, जो कक्षा 12वीं में फेल हो गई थी, उसने नीट यूजी परीक्षा में 720 में से 705 अंक प्राप्त किए, जिससे वह गुजरात के टॉप परफॉर्मर में शामिल हो गई। नीट परीक्षा में उसे फिजिक्स में 99.1 प्रतिशत, केमिस्ट्री में 99.1 प्रतिशत और बायोलॉजी में 99.8 प्रतिशत अंक मिले हैं।
प्रेरणा का स्रोत
यह कहानी इस बात का प्रमाण है कि मेहनत और समर्पण से कोई भी असफलता को सफलता में बदला जा सकता है। इस छात्रा की अद्वितीय उपलब्धि सभी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो यह दर्शाती है कि कठिन परिश्रम और दृढ़ निश्चय के साथ किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है।