TRENDING
सुशांत केस की जांच में नया रोड़ा, जबरन क्वारेंटाइन किए गए सिटी एसपी विनय तिवारी

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच करने के लिए बिहार से मुंबई पहुंचे पटना सिटी एसपी विनय तिवारी को 15 अगस्त तक के लिए क्वारंटीन कर दिया गया है. तिवारी को मुंबई के पहली रात एसआरपीएफ के गोरेगांव के कैंप में बितानी पड़ी. तिवारी को क्वारंटीन किए जाने पर बिहार पुलिस ने नाराजगी जताई है. बिहार पुलिस का कहना है कि पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी को होम क्वारंटीन नहीं बल्कि हमारी जांच को रोकने के लिए उन्हें एक तरीके से हाउस अरेस्ट किया गया है. बिहार पुलिस की जांच को रोकने के लिए ये कदम जानबूझकर उठाया गया है.
बिहार डीजेपी गुप्तेश्वर पांडेय ने एक ट्वीट के जरिये अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, “आईपीएस ऑफिसर विनय तिवारी आज पटना से मुंबई ऑफिशियल ड्यूटी के तहत बिहार की पुलिस टीम का नेतृत्व करने गए थे लेकिन बीएमसी के अधिकारियों ने रात 11 बजे जबरन उन्हें क्वारंटीन कर दिया. उन्हें अनुरोध के बावजूद आईपीएस मेस नहीं दिया गया.”
ये हैं बिहार cadre के IPS अधिकारी विनय तिवारी जिनको मुंबई में आज रात में 11 बजे रात में ज़बरदस्ती क्वोरंटीन कर दिया गया.SSR केस में जाँच करनेवाली टीम का नेतृत्व करने गए थे.अब ये यहाँ से कहीं निकल नहीं सकते!@IPSVinayTiwari pic.twitter.com/6Le4AXjuJ8
— IPS Gupteshwar Pandey (@ips_gupteshwar) August 2, 2020
IPS officer Binay Tiwari reached Mumbai today from patna on official duty to lead the police team there but he has been forcibly quarantined by BMC officials at 11pm today.He was not provided accommodation in the IPSMess despite request and was staying in a guest house in Goregaw pic.twitter.com/JUPFRpqiGE
— IPS Gupteshwar Pandey (@ips_gupteshwar) August 2, 2020
सूत्रों के मुताबिक विनय तिवारी आईपीएस ऑफिसर्स मेस में ठहरना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने डीसीपी बांद्रा यानी अभिषेक त्रिमुखे से बात की थी. डीसीपी 9 ने उन्हें आईजी हेडक्वार्टर से संपर्क करवाया, जो उन्हें ठहरने के लिए कमरा दिलवाते लेकिन जब विनय तिवारी आए तो उसके बाद से आईजी हेडक्वार्टर ने उनका फोन ही नहीं उठाया.
सूत्रों के मुताबिक क्योंकि मुंबई कमिश्नरेट है इसलिए डीसीपी कैंपस के पास उन्हें कोई साधन उपलब्ध कराने का अधिकार नहीं है. उन्होंने आईजी एडमिन से बात की. आईजी एडमिन का कहना है कि कोरोना की वजह से ऑफिसर्स मेस ऑपरेशन में नहीं है और वहां पहले से ही एक कोरोना का मरीज पाया जा चुका है. इसीलिए एसपी विनय तिवारी को SRPF के गेस्ट हाउस के ठहराया गया है. हालांकि, बीएमसी के सूत्रों के मुताबिक विनय तिवारी को 15 अगस्त तक के लिए होम क्वारंटीन किया गया है.
TRENDING
गूगल पर ‘घर में वैक्सीन कैसे बनाएं?’ ट्रेंड करने पर आईपीएस ने कहाँ, इतना भी आत्मनिर्भर नहीं बनना

कोरोना वायरस की महामारी ऐसी फैली है कि दुनिया त्राहि-त्राहि कर रही है। हेल्थ से जुड़े जितने भी रिसर्च सेंटर्स हैं, अधिकतर कोरोना की दवा या वैक्सीन डेवलप करने में लगे हुए हैं। बीमारों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में लोग कोरोना वायरस की वैक्सीन और दवा को लेकर हर जानकारी चाहते हैं। वे इंटरनेट पर इस बारे में सर्च करते हैं। मगर एक बड़ी संख्या ऐसे यूजर्स की है जो ये खोज रही है कि घर पर कोरोना वैक्सीन कैसे बनाई जा सकती है। कोरोना का घर में इलाज ढूंढने वाले भी बहुत हैं।
इतना भी आत्मनिर्भर नहीं बनना है भाई…😅https://t.co/zloBmHbvpS
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) January 18, 2021
घर पर कैसे ठीक हो कोरोना? गूगल से पूछ रहे लोग
गूगल ट्रेंड्स के मुताबिक, भारत में ऐसी सर्च में पिछले एक-दो महीने में भारी उछाल देखा गया है। मसलन how to treat covid at home पर अप्रैल-मई भी सर्च हो रहे थे मगर जून खत्म होते-होते इसपर यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी। भारत में पिछले तीन महीने में कोरोना से जुड़े टॉप सर्चेज में से एक यह भी है। घर पर कोरोना वैक्सीन बनाने को लेकर भी लोगों की दिलचस्पी पिछले एक महीने में बढ़ी है।
किन राज्यों से हो रहे ऐसे सर्च?
How to treat covid at home पर अधिकतर सर्च पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश से हैं। वहीं घर पर कोरोना वैक्सीन बनाने का तरीका लगभग सभी राज्यों के यूजर्स ने खोजा है। आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम, गुजरात, जम्मू कश्मीर में इसके सर्च ज्यादा हैं। वैक्सीन को लेकर भी भारतीयों की दिलचस्पी इस बात से जाहिर होती है कि वह मई, जून और जुलाई (अब तक) के टॉप कीवर्ड्स में से एक रहा है।
ऐसे सर्च करने की क्या है वजह
कोरोना वायरस एक ऐसी बीमारी के रूप में उभरा है जिसके मरीजों को हीनता की नजर से देखा गया है। भारत में ऐसे कई मामले हैं जहां मरीजों को समाज में दुत्कारा गया। उन्हें चिढ़ाया गया। आसपास सावधानी के बजाय डर का माहौल बन गया। कई मनोचिकित्सक मानते हैं कि कई मरीज इन्फेक्ट होने के बावजूद इसलिए सामने नहीं आते क्योंकि उन्हें सोशल बायकॉट का डर है। इसलिए घर पर ही कोरोना के इलाज, दवा और वैक्सीन बनाने को लेकर लोग सर्च कर रहे हैं।
ऐसे सर्च करने की क्या है वजह
कोरोना वायरस एक ऐसी बीमारी के रूप में उभरा है जिसके मरीजों को हीनता की नजर से देखा गया है। भारत में ऐसे कई मामले हैं जहां मरीजों को समाज में दुत्कारा गया। उन्हें चिढ़ाया गया। आसपास सावधानी के बजाय डर का माहौल बन गया। कई मनोचिकित्सक मानते हैं कि कई मरीज इन्फेक्ट होने के बावजूद इसलिए सामने नहीं आते क्योंकि उन्हें सोशल बायकॉट का डर है। इसलिए घर पर ही कोरोना के इलाज, दवा और वैक्सीन बनाने को लेकर लोग सर्च कर रहे हैं।
Input: NBT Hindi
TRENDING
WagonR का Limousine अवतार! तस्वीरों में देखिए एक मैकेनिक का शाहकार

अगर आपके पास कोई खास आइडिया हो और कुछ नया करना चाहें तो कुछ भी कर सकते हैं. इस बात को पाकिस्तान के एक मोटर मैकेनिक ने सही साबित कर दिखाया है. मोहम्मद इरफान उस्मान नाम के इस मोटर मैकेनिक ने सुजुकी की कार वैगनआर (Suzuki WagonR) कार को मिनी लिमोजिन (Mini-Limousine) कार में तब्दील कर दिया. यह कार काफी सुर्खियां बटोर रही है. उस्मान के मन में काफी सालों से यह आइडिया चल रहा था और आखिरकार उन्होंने अपने आइडिया पर काम किया और मिनी लिमोजिन बना ही डाली.
14.5 फीट लंबी है यह कार
लिमोजिन की तरह दिखने वाली यह नई कार 14.5 फीट लंबी है. वैगनआर की 2015 मॉडल को रीडिजाइन किया गया है. कार के अगले और पिछले हिस्से में कोई बदलाव किया गया है.बीच का हिस्सा जोड़ा गया है. इस कार में 6 दरवाजे हैं. कार को रिडिजाइन करने में वही पार्ट्स और बाकी चीजें लगा गई हैं जो सुजुकी अपनी गाड़ियों में करती है. इसमें बीच के दरवाजे, रूफ, पिलर और सीट को जोड़ा गया. मोडिफिकेशन इस तरह से किया गया है मानो नई कार हो. इसकी फिनिशिंग फैक्टरी लेवल की है.
तीन महीने में बनकर तैयार हुई कार
मोहम्मद इरफान उस्मान ने इस कार प्रोजेक्ट को उन्होंने तीन महीने में पूरा किया. डेली पाकिस्तान की खबर के मुताबिक, पाकिस्तानी रुपये में इस पर कुल लागत पांच लाख रुपये (भारतीय 2.27 लाख रुपये) आई. खबर के मुताबिक, बीच का हिस्सा जिसे जोड़ा गया है वह करीब 3.7 फीट है. इसमें छह लोग बैठकर सफर कर सकते हैं और यह 500 किलोग्राम तक का वजन कैरी कर सकती है. इस कार में 660 सीसी की ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन इंजन है. उस्मान इस नई मिनी लिमोजिन को पिछले छह महीने से इस्तेमाल कर रहे हैं और इसमें अब तक कोई परेशानी नहीं आई है.
स्पीड और माइलेज
इस मोडिफाइड कार की स्पीड भी शानदार है. उस्मान ने इसे 120 किलोमीटर प्रतिघंटे तक की स्पीड पर भी चलाई है और यह कार हाइवे पर 20 किलोमीटर और शहर में 14-15 किलोमीटर प्रति लीटर के हिसाब से माइलेज भी देती है. खबर के मुताबिक, कार के मालिक यानी उस्मान इस कार को बेचने की चाहत भी रखते हैं. उन्होंने कार की कीमत पाकिस्तानी रुपये में 26 लाख रुपये (भारतीय रुपये में करीब 12 लाख) रखी है.
Source : Zee News (फोटो साभार- dailypakistan)
TRENDING
शादी के कार्ड पर छपवा डाला QR Code, गेस्ट को न गिफ्ट ढूंढना पड़ा न लिफाफा

आपके मन में आइडिया कभी भी और कहीं से भी आ सकते हैं. इस बार एक आइडिया ऐसा आया है कि आप हैरान रह जाएंगे. शायद आपको पसंद भी आ जाए. अब शादी में कैश पैसे देने के लिए लिफाफा खोजने या गिफ्ट भी खोजने की जरूरत नहीं है. बस अब कोई भी गूगल पे (Google Pay) या फोनपे (PhonePe) का इस्तेमाल करके सीधे दूल्हा-दुल्हन के बैंक अकाउंट्स में पैसा ट्रांसफर कर सकता है. मदुरै में एक परिवार ने शादी के निमंत्रण कार्ड पर गूगल पे और फोन पे के क्यूआर कोड छापकर एक नए आइडिया को आगे बढ़ाया है. IANS की खबर के मुताबिक, इस परिवार ने अपनी बेटी की शादी में आए मेहमानों और जो महामारी के कारण शादी में शामिल नहीं हो सके, उन लोगों को तोहफा देने का एक आसान ऑप्शन दिया है.
रविवार को ही शादी हुई और कार्ड हो गया वायरल
खबर के मुताबिक, दुल्हन की मां टी.जे. जयंती ने बताया कि करीब 30 लोगों ने इस ऑप्शन का इस्तेमाल कर शादी का गिफ्ट दिया. जयंती मदुरै में जननी ब्यूटी पार्लर चलाती हैं. उन्होंने कहा कि यह पहली बार है, जब हमारे परिवार में इस तरह का प्रयोग किया गया. यह शादी रविवार को हुई है और निमंत्रण कार्ड (Wedding Card) वायरल हो गया है. जयंती ने कहा कि मेरे पास इसे लेकर बहुत सारे फोन आ रहे हैं. इसकी तरह मेरे भाई और परिवार के दूसरे लोगों के पास भी सोमवार सुबह से बहुत सारे फोन आ रहे हैं.
ऑनलाइन शादी देखने वालों को खाना डिलीवर कराया
बीत साल कोरोना वायरस महामारी के चलते शादी या किसी फंक्शन को ऑनलाइन करने से लेकर टेक्नॉलॉजी की मदद से कई नए-नए आइडिया लोग अपना रहे हैं. पिछले महीने एक नवविवाहित जोड़े ने अपने उन रिश्तेदारों और दोस्तों के घर पर शादी की दावत का खाना डिलीवर कराया था, जिन्होंने उनकी शादी को ऑनलाइन देखा था.
क्या है क्यूआर कोड
क्यूआर कोड यानी Quick Response Code. यह वर्गाकार बारकोड की तरह होता है. इसमें ज्यादा इन्फोर्मेशन जमा किया जा सकता है. क्यूआर कोड एक तरह से मशीन रिडेबल लेबल होता है. जिसे कंप्यूटर आसानी से रीड कर लेता है. क्यूआर कोड का इस्तेमाल किसी प्रॉडक्ट को ट्रैक करने या उसे पहचानने में किया जाता है. इसकी मदद से पैसे पेमेंट भी किए जाते हैं.
Source : Zee News
-
INDIA2 weeks ago
लड़कियों के लिए मिसाल हैं ये महिला IAS, अपनी हाइट को नहीं बनने दिया बाधा
-
TRENDING2 days ago
WagonR का Limousine अवतार! तस्वीरों में देखिए एक मैकेनिक का शाहकार
-
INDIA5 days ago
इंग्लिश मीडियम बहू और हिंदी मीडियम सास के रिश्तेे में यूं आ रही दरार, पहुंच रहे थाने तक
-
TRENDING2 weeks ago
12 लीटर सोडा, 40 बोतल बीयर रोज: 412 किलो के शख्स ने दुनिया को कहा अलविदा
-
JOBS3 weeks ago
डाक विभाग ने निकाली है बंपर भर्तियां, 10वीं पास करें आवेदन, जानें फॉर्म भरने का तरीका
-
BIHAR3 weeks ago
29 IAS, 38 IPS की ट्रांसफर-पोस्टिंग: 12 DM बदले, चंद्रशेखर सिंह पटना के नए DM बने; 13 SP बदले, लिपि सिंह को सहरसा SP बनाया गया
-
TRENDING5 days ago
‘दोस्त’ ने किया बेइज्जत: ‘कंगाल’ पाकिस्तान का यात्री विमान मलेशिया ने किया जब्त, उतारे गये यात्री
-
MUZAFFARPUR3 weeks ago
निगम में शामिल होंगे शहर से सटे 32 गांव, 49 से बढ़ कर हाे सकते हैं अब 76 वार्ड