आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र ग्रंथ में 14वें अध्याय के पहले श्लोक में धरती पर मौजूद तीन बहुमूल्य रत्नों की बात की है. वे कहते हैं कि हीरा, मोती, पन्ना और स्वर्ण तो सिर्फ एक पत्थर है, जिसके बिना रहा जा सकता है, लेकिन उन तीन बहुमूल्य रत्नों के बिना इंसान के जीवन की […]