बिहार के बेगूसराय स्थित मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र को कर्नाटक शिफ्ट किए जाने के फैसले पर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस निर्णय का कड़ा विरोध करते हुए इसे बिहार और किसानों के खिलाफ साजिश करार दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधा सवाल किया कि आखिर बिहार और बिहार के किसानों से क्या समस्या है?
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तेजस्वी यादव ने केंद्र पर किया हमला
तेजस्वी यादव ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस आदेश की कॉपी साझा की है, जिसमें बेगूसराय स्थित क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र को कर्नाटक के शिवमोग्गा स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने इसे किसान विरोधी और बिहार विरोधी फैसला बताया।
आखिर बिहार और बिहार के किसानों से क्या दिक्कत है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, NDA और भाजपा को?
भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर) के बेगूसराय स्थित क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र को नरेंद्र मोदी सरकार ने कर्नाटक के शिवमोग्गा में स्थानांतरित करने का… pic.twitter.com/qA1bMlz8KI
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 17, 2025
राजद नेता ने कहा कि बिहार के किसान विपरीत परिस्थितियों में भी मक्का उत्पादन में देश में अव्वल हैं। पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया और समस्तीपुर जैसे जिलों के किसान मक्का की खेती से अपनी आजीविका चलाते हैं। ऐसे में बेगूसराय से इस केंद्र का स्थानांतरण सीधे तौर पर किसानों के हितों पर चोट है।
1997 में हुई थी स्थापना, अब NDA सरकार पर उठे सवाल
तेजस्वी यादव ने इस अनुसंधान केंद्र की स्थापना को लेकर कहा कि 4 मई 1997 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के कार्यकाल में यह केंद्र स्थापित किया गया था। उन्होंने NDA सरकार और बिहार के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बिहार के विकास में योगदान देने के बजाय पहले से स्थापित संस्थानों को बंद करने या स्थानांतरित करने का काम कर रहे हैं।
मक्का अनुसंधान केंद्र का महत्व
बेगूसराय और उसके आसपास का क्षेत्र मक्का उत्पादन का बड़ा केंद्र है। करीब 83 एकड़ में फैले इस अनुसंधान केंद्र में बीज उत्पादन, प्रयोगशालाएं, सिंचाई सुविधाएं, ट्यूबवेल, कर्मचारी आवास और अन्य आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां होने वाले शोध से बिहार सहित पूरे देश के किसानों को लाभ मिलता है। ऐसे में इस केंद्र का स्थानांतरण बिहार के कृषि क्षेत्र के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
क्या बेगूसराय से मक्का अनुसंधान केंद्र का शिफ्ट होना बिहार के किसानों के साथ अन्याय है? कमेंट में अपनी राय दें!
तेजस्वी यादव ने चेतावनी दी कि बिहार के किसान इस फैसले का कड़ा जवाब देंगे और आने वाले समय में इसका हिसाब भी लेंगे।