बिहार महागठबंधन में सीट बंटवारे पर सहमति लगभग बन गई है। सूत्रों के मुताबिक लालू एवं तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी, कांग्रेस को बिहार में 9 सीटें देने को तैयार है। आरजेडी और कांग्रेस नेताओं के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत अंतिम चरण में है। मंगलवार को इसपर मुहर लग सकती है। हालांकि, पूर्णिया लोकसभा सीट पर सहमति नहीं बन पाई है। आरजेडी यह सीट कांग्रेस को नहीं देना चाहती है। जबकि कांग्रेस इस सीट से पप्पू यादव को चुनाव लड़ाना चाहती है। मंगलवार को आरजेडी और कांग्रेस नेताओं के बीच सीट बंटवारे पर अहम बैठक भी होनी है।
न्यूज 18 ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि कांग्रेस बिहार में 9 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। इनमें किशनगंज, कटिहार, सुपौल, पटना साहिब जैसी सीटें शामिल हैं। आरजेडी कांग्रेस को किशनगंज, कटिहार, सुपौल, वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, भागलपुर, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, पटना साहिब, शिवहर, सासाराम और गोपालगंज में से 9 सीटें देने को तैयार है। हालांकि, इसमें पूर्णिया लोकसभा शामिल नहीं है। यह सीट आरजेडी अपने पास ही रखना चाहती है। बताया जा रहा है कि जेडीयू छोड़कर आरजेडी में आईं विधायक बीमा भारती को पूर्णिया से उम्मीदवार बनाया जा सकता है।
कटिहार कांग्रेस को देने पर राजी हुई आरजेडी?
टीवी सूत्रों के मुताबिक पूर्णिया-कटिहार समेत कुछ सीटों को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के बीच पिछले कई दिनों से तनातनी चल रही है। इसमें से कटिहार सीट आरजेडी कांग्रेस के लिए छोड़ने को तैयार है। कांग्रेस कटिहार से पार्टी के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर को मैदान में उतारना चाहती है। जबकि आरजेडी यहां से अशफाक करीम को प्रत्याशी बनाना चाहती है। मगर अब आरजेडी यह सीट कांग्रेस को दे सकती है।
पूर्णिया पर नहीं बनी बात?
हाल ही में जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय करने वाले पूर्व सांसद पप्पू यादव को लेकर आरजेडी और कांग्रेस में तकरार चल रही है। पप्पू यादव कांग्रेस के टिकट पर पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। वे कई बार इसका ऐलान भी कर चुके हैं। मगर आरजेडी यह सीट कांग्रेस को देने को तैयार नहीं है। आरजेडी ने उन्हें मधेपुरा से चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव भी दिया है, मगर पप्पू यादव पूर्णिया पर ही दावेदारी ठोक रहे हैं। दोनों पार्टियों के बीच इस सीट पर बात अभी तक नहीं बन पाई है।
Source : Hindustan