पटना : बकाया वसूली के लिए बिजली कंपनी ने अनूठा अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। वैसे बकाएदार जिनके यहां भारी-भरकम बकाया है, उनके नाम गांव की गलियों, चौक-चौराहे, स्कूल, सामुदायिक भवन, पंचायत भवन जैसे सार्वजनिक स्थानों पर चिपकाए जाएंगे। साथ ही माइक से इन बकाएदारों का नाम भी बताया जाएगा ताकि गांव के लोग जान सकें कि कौन-कौन लोग हैं जो बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं।
अधिकारियों के अनुसार बिजली कंपनी के लाख प्रयास के बावजूद बिजली बिल वसूली में तेजी नहीं आ रही है। शहरी क्षेत्र में तो उपभोक्ता बिल जमा भी कर देते हैं, लेकिन ग्रामीण इलाकों की स्थिति बेहद खराब है। अन्य जिलों की कौन कहे, पटना के ग्रामीण इलाकों में ही कई ऐसे फीडर हैं जहां से बिजली कंपनी को बिल के रूप में नगण्य राशि मिल रही है। पटना के अलावा नालंदा, बक्सर, बेगूसराय, समस्तीपुर, खगड़िया, औरंगाबाद सहित दो दर्जन भर से अधिक जिले ऐसे हैं जहां से कंपनी को एक तिहाई राशि भी बिल के रूप में नहीं मिल रही है। खरीदकर बिजली आपूर्ति करने के बावजूद बिल की राशि नहीं मिलने से कंपनी घाटे में चल रही है। हर साल राज्य सरकार को हजारों करोड़ का अनुदान बिजली कंपनी को देना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने के कारण अनुदान की राशि में हर साल इजाफा हो रहा है।
इसे देखते हुए अब कंपनी ने बिल वसूली की प्रक्रिया में बदलाव करने का निर्णय लिया है। विशेषकर जिन गांवों से बिजली बिल नहीं आ रहा है, वहां सबसे पहले माइकिंग कराने का निर्णय लिया गया है। कंपनी के अधिकारी सबसे पहले माइक से प्रचार-प्रसार कर लोगों को सचेत कर रहे हैं कि वे बिल जमा कर दें वरना उनकी बिजली काटी जाएगी। इसके बाद लोगों की सुविधा के लिए कंपनी की ओर से विशेष शिविर का भी आयोजन किया जाएगा ताकि अगर किसी उपभोक्ता को बिजली बिल में गड़बड़ी की शिकायत हो तो वे उसका समाधान करवा सकें। बिजली बिल के बड़े बकायेदारों को नोटिस भी भेजी जाएगी। इसके बावजूद अगर बिल जमा करने की गति में वृद्धि नहीं होगी तो फिर अंत में सार्वजनिक जगहों पर बड़े बकायेदारों की सूची भी प्रकाशित की जाएगी। इन प्रक्रियाओं के बावजूद अगर उस गांव में एक भी उपभोक्ता ने बिजली बिल जमा नहीं किया तो उस गांव की बिजली काटी जाएगी।
बिजली बिल वसूली में तेजी लाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। इसी के तहत माइकिंग, नोटिस और फिर सार्वजनिक स्थानों पर सूची प्रकाशित की जा रही है।– महेंद्र कुमार, एमडी, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड।
Source : Hindustan