राज्य की पंचायतों में सोलर लाइट लगाने की गति बेहद धीमी है। अभी तक मात्र 16 फीसदी ही सोलर लाइट लगी हैं।
राज्य के सभी जिलों के 516 प्रखंडों के 7 हजार 461 पंचायतों में 6 लाख 69 हजार 59 सोलर लाइट लगाने का लक्ष्य है। इसमें से अभी तक मात्र 325 प्रखंडों के 2544 पंचायतों के 9785 वार्डों में 97377 सोलर लाइट लगी हैं। यानी अभी लक्ष्य का लगभग 15 प्रतिशत ही पूरा हो सका है। मुख्य सचिव सहित पंचायती राज विभाग द्वारा कई बार सोलर लाइट लगाने में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद भी काम में तेजी नहीं आ रही है। जितनी सोलर लाइट लगी है, उसमें 75 प्रतिशत से अधिक सोलर लाइट के लिए 192 करोड़ की राशि का भुगतान संबंधित एजेंसियों को हो गया है। गांवों की गलियों और चौराहों को रोशन करने के लिए मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना 2022 सितंबर में शुरू हुई थी। पंचायत के प्रत्येक वार्ड में 10-10 सोलर लाइट लगाने का लक्ष्य है। योजना के तहत दो सालों में 8 हजार 53 पंचायतों के 1 लाख 11 हजार वार्ड में 11 लाख सोलर लाइट लगानी है। निजी एजेंसी के माध्यम से सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने की शुरुआत हुई। सोलर लाइट लगाने की सबसे खराब स्थिति जमुई की है। यहां के 5 प्रखंडों की 11 पंचायतों के 46 वार्डों में मात्र 440 सोलर लाइट लगी हैं। सबसे अच्छी स्थिति बेगूसराय की है। बेगूसराय के 18 प्रखंडों के 217 पंचायतों के 868 वार्डों के 6650 सोलर लाइट लगी है।
पंचायतों में सोलर लाइट लगाने के काम में तेजी लाने के लिए कहा गया है। अभी तक 97 हजार सोलर लाइट लग चुकी हैं। मार्च तक 3 लाख सोलर लाइट लग जाएंगी। -मिहिर कुमार सिंह, पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव
Source :Hindustan