फोटो को सही एंगल से एकदम सटीक खींचने में फोटोग्राफर्स अच्छा खासा दिमाग और टेक्नीक लगाते हैं. इसमें कई बार परफेक्शन के लिए 15-20 मिनट या एक घंटे का समय भी लग जाता है. लेकिन क्या किसी तस्वीर को सही से खींचने में 7 साल लग सकते हैं और 7 सालों बाद सामने आई तस्वीर कैसी होगी?
इटली के शहर ट्यूरिन में, वेलेरियो मिनाटो नाम के एक फोटोग्राफर ने ऐसा ही कुछ किया. उनका गोल था कि वे एक रेयर और आश्चर्यजनक तस्वीर खींचना चाहते थे जिसे सारी दुनिया ‘फोटोग्राफ ऑफ द डिकेड’ के रूप में याद रखे. वह एक ऐसी खोज पर निकले, जिसमें 6 साल का धैर्य और सटीक योजना लगी.
मिनाटो ने दो आइकनिक लैंडमार्क्स के साथ पूरी तरह अलाइन्ड चांद की एक तस्वीर खींची. तस्वीर में बेसिलिका ऑफ सुपरगा का गुंबद और विशाल मोनविसो पर्वत के ठीक पीछे चांद है. ये इतनी खूबसूरत और अनोखी है कि उनकी तस्वीर को स्पेस एजेंसी नासा ने भी सम्मानित किया है.
2017 से, मिनाटो ने चांद की ये तस्वीर कैपचर करने की जटिल प्रक्रिया को समझने के लिए ऐड़ी चोटी लगा दी. उन्होंने चांद के फेसेज, हॉरिजन के आर-पार उसके पाथ और यहां तक कि मौसम की हलचलों को भी स्टडी किया. उनका सपना अक्सर ट्यूरिन के ऊपर छाए बादलों के चलते ढका रहता था, लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं खोई.
ट्यूरिन स्थित समाचार एजेंसी कोरिएरे टोरिनो से बात करते हुए, मिनाटो ने अपने इस सफर के बारे में बताते हुए कहा, “मैं पहले ट्यूरिन में, फिर आसपास के क्षेत्र में, शहर को विभिन्न प्वाइंट्स और दूरियों से देखने के लिए साल 2012 से शूटिंग कर रहा हूं. एक निश्चित बिंदु पर, मैंने सुपरगा और मोनविसो के गुंबद को पूरी तरह से अलाइन करने के प्वाइंट की तलाश शुरू कर दी.
आख़िरकार, 15 दिसंबर को, शाम 7 बजे का समय आया और मिनाटो की दृढ़ता और मेहनत रंग लाई. आसमान साफ़ हो गया, और चंद्रमा ठीक उसी स्थिति में आ गया जिसका वे लंबे समय से इंतजार कर रहे थे. अपने कैमरे को तैयार रखते हुए, मिनाटो ने उस पल का लाभ उठाया और लाखों में से एक शॉट को कैद कर लिया.
Source : Aaj Tak