लखनऊ में एक शख्स मृत मां को छोड़कर अस्पताल से फरार हो गया. दो दिन तक पुलिस ने उसे खोजने की कोशिश की लेकिन वो नहीं मिला. उसका मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ जा रहा था. आखिर में पुलिस ने बेटे का फर्ज निभाया और मृत महिला का अंतिम संस्कार करवाया. इस घटना के बाद लोग पुलिसकर्मियों की सराहना कर रहे हैं. स्थानीय लोगों में ये मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, 14 अक्टूबर को आशियाना निवासी 65 साल की एक महिला को उसके बेटे ने लोकबंधु अस्पताल में भर्ती करवाया था. लेकिन दो दिन पहले बीमार महिला ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. जैसे ही डॉक्टरों ने महिला के बेटे को इसकी सूचना दी वो गायब हो गया.
इंस्पेक्टर ने दी मुखाग्नि
काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चल सका. जिसके बाद पुलिस को खबर दी गई. पुलिस महिला के घर पहुंची तो वहां ताला लटका मिला. महिला के बेटे का फोन भी ऑफ जा रहा था. ऐसे में बीती शाम कृष्णा नगर कोतवाली के इंस्पेक्टर ने बेटे का फर्ज निभाते हुए महिला का अंतिम संस्कार करवाया. उन्होंने खुद अपने हाथों से चिता को मुखाग्नि दी. इस दौरान थाने के तमाम पुलिसकर्मी मौजूद रहे. पुलिसकर्मियों ने ही महिला की अर्थी को कंधा दिया था. वो ही उसे अस्पताल से शमशान घाट लेकर पहुंचे.
बताया जा रहा है कि महिला का बेटा मूल रूप से हरदोई जिले का रहने वाला है. वह दिहाड़ी मजदूर है. सड़क किनारे ठेला लगाता है. जब उसे मां की मौत की खबर दी गई तो वो अस्पताल से फरार हो गया. पुलिस जब उसके घर गई तो वहां ताला लगा मिला. उसका फोन भी ऑफ था. आसपास किसी को उसके बारे में खबर नहीं थी. ऐसे में दो दिन बाद पुलिस ने खुद ही उसकी मां का अंतिम संस्कार करवाया.
Source : Aaj Tak