नवादा | बिहार के युवाओं को स्वरोजगार, नवाचार और उद्यमिता की दिशा में प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ अभियान के तहत ‘स्टार्टअप एंड बिजनेस समिट 2025’ का आयोजन नवादा के राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय में किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्टार्टअप प्रतिनिधियों, विद्यार्थियों, शिक्षाविदों और उद्यमिता में रुचि रखने वाले युवाओं ने हिस्सा लिया।

मुख्य वक्ता रहे वरिष्ठ आईपीएस विकास वैभव

इस अवसर पर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि यदि बिहार को वाकई विकसित राज्य बनाना है तो इसके लिए सिर्फ सरकारी नौकरियों पर निर्भर रहने की बजाय उद्यमिता आधारित इकोसिस्टम तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि, “बिहार की 14 करोड़ की आबादी में 9 करोड़ से अधिक युवा 30 वर्ष से कम आयु के हैं। यदि अगले दो दशकों में 9 करोड़ रोजगार के अवसर सृजित नहीं किए गए, तो विकसित बिहार का सपना अधूरा रह जाएगा।”

लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के तहत 2028 तक हर जिले में 5 स्टार्टअप्स का लक्ष्य

विकास वैभव ने जानकारी दी कि लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के अंतर्गत अब तक 2 लाख से अधिक लोग जाति, संप्रदाय और विचारधारात्मक मतभेदों से ऊपर उठकर इस अभियान से जुड़े हैं।
• इस अभियान का लक्ष्य है कि 2028 तक बिहार के हर जिले में कम-से-कम 5 ऐसे स्टार्टअप स्थापित किए जाएं, जिनमें प्रत्येक में 100 से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके।
• अभी तक ऐसे 3 स्टार्टअप स्थापित हो चुके हैं, जो इस दिशा में सफलता के उदाहरण बन चुके हैं।

देशभर में आयोजित हो रहे हैं सम्मेलन

बिहार के युवाओं को प्रेरित करने और बाहर रहने वाले बिहारियों को जोड़ने के लिए इस अभियान के तहत देशभर में सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं:
• 22 जून 2025: गुजरात चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, अहमदाबाद में ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट 2025’
• 24 अगस्त 2025: पटना में स्टार्टअप समिट 2025
• 21 दिसंबर 2025: बेंगलुरू में ‘बिहार @ 2047 विजन कॉन्क्लेव (सीजन 3)’

पूर्व कार्यक्रमों की झलक

अभियान के अंतर्गत पूर्व में कई सफल आयोजन किए जा चुके हैं:
• 13 अप्रैल 2025: जमुई में उद्यमिता विकास कार्यक्रम
• 25 मार्च से 3 मई 2025: भागलपुर के टीएनबी कॉलेज में प्रशिक्षण
• 22 दिसंबर 2024: दिल्ली के भारत मंडपम में ‘बिहार @ 2047 विजन कॉन्क्लेव (सीजन 2)’
• 2021 व 2023: दिल्ली के एनडीएमसी सभागार में बिहार उद्यमिता सम्मेलन एवं विजन कार्यक्रम

स्टार्टअप्स को मिल रहा है मार्गदर्शन और सहयोग

अब तक इस अभियान से 10,000 से अधिक उद्यमी स्वयंसेवक रूप में जुड़ चुके हैं जो युवाओं को मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और प्रेरणा दे रहे हैं। देश के विभिन्न शहरों—दुबई, दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद, वडोदरा आदि—में ‘बिहार संवाद कार्यक्रमों’ के माध्यम से बिहारियों को इस अभियान से जोड़ा गया है।

विकसित भारत के लिए आवश्यक है विकसित बिहार

विकास वैभव ने कहा कि बिहार का अतीत गौरवशाली रहा है, और यदि हम सब मिलकर प्रयास करें, तो उसका भविष्य भी उज्ज्वल बन सकता है। उन्होंने कहा, “हमारा सपना है कि 2047 तक बिहार ऐसा बने जहां किसी को शिक्षा, रोजगार या स्वास्थ्य के लिए राज्य से बाहर न जाना पड़े।”

बिहार की अर्थव्यवस्था: चुनौती और संभावना दोनों

उन्होंने आंकड़ों के माध्यम से बताया कि आज भी बिहार की प्रति व्यक्ति मासिक आय मात्र ₹5028 है, जबकि अन्य राज्यों में यह 4 से 10 गुना अधिक है। हालांकि बिहार की विकास दर 14.5% है जो सकारात्मक संकेत है, लेकिन जब तक समाज जाति और संप्रदाय की खाई से बाहर नहीं निकलेगा और राजनीति भी इन बुनियादी विषयों पर केंद्रित नहीं होगी, तब तक लक्ष्य दूर ही रहेगा।

युवाओं से विशेष अपील

उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे ‘जॉब सीकर्स’ नहीं बल्कि ‘जॉब क्रिएटर्स’ बनें। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स और स्वरोजगार के माध्यम से ही बिहार को आत्मनिर्भर और विकसित राज्य बनाया जा सकता है।

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