थर्ड पार्टी की तकनीकी जांच के बगैर स्मार्ट सिटी के ठेकेदारों को 140 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है। आपत्ति आने पर स्मार्ट सिटी के कामों की थर्ड पार्टी से तकनीकी जांच के लिए पटना आईआईटी से एग्रीमेंट किया गया है। ऐसे में अब तक हुए निर्माण की जांच में यदि पटना आईआईटी गड़बड़ी पकड़ती है तो निर्माण को तोड़वाया जायेगा। नियम के अनुसार किसी भी निर्माण योजना की गुणवत्ता की जांच थर्ड पार्टी से कराई जाती है। इसके बाद ही निर्माण कंपनी को भुगतान होता है। स्मार्ट सिटी में ज्यादातर भुगतान डीपीआर व सर्वे आदि पर हुए हैं। धरातल पर काम कम कराये गये हैं।

स्मार्ट सिटी के तहत अभी शहर में 16 योजनाओं पर काम हो रहा है। बीते 24 अप्रैल तक की प्रोग्रेस रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक 278.39 करोड़ रुपये सीवरेज योजना के लिए हो रहे पाइपलाइन के कार्य में 47.27 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। इसके बाद आईसीसीसी के तहत शहर में सीसीटीवी कैमरे, ट्रैफिक लाइट आदि निर्माण में अब तक 15.3 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ है। 11.63 करोड़ रुपये की आईसीसीसी बिल्डिंग योजना के निर्माण पर अब तक 2.74 करोड़ रुपये खर्च हुआ है। बैरिया गोलंबर चौक से लक्ष्मी चौक, ब्रह्मपुरा होते हुए स्टेशन रोड तक रोड व नाला और स्टेशन से मोतीझील टाउन थाना होकर तिलकमैदान रोड और सरैयागंज होते हुए अखाड़ाघाट रोड तक सड़क-नाला निर्माण के 63 करोड़ रुपये की योजना पर काम के लिए खोखर एजेंसी को 15.28 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। इन सब निर्माण की गुणवत्ता का थर्डपार्टी जांच अब तक नहीं कराई गई है। कई योजनाओं के काम की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। नाला में कई दिनों तक सरिया लगाकर छोड़ दिया जा रहा है। सरिया में जंग लग जाने के बाद ढलाई करायी जा रही है।

स्मार्ट सिटी की ज्यादातर योजनाओं का एस्टीमेट पटना आईआईटी से स्वीकृत है। आईआईटी से थर्ड पार्टी जांच के लिए लंबे समय से बात चल रही थी। इसके लिए एग्रीमेंट किया गया है। जल्द ही कराये गये कार्य की जांच पटना आईआईटी के एक्सपर्ट करेंगे। गड़बड़ी मिलने पर निर्माण कंपनी सुधार करेगी। – विवेक रंजन मैत्रेय, एमडी स्मार्ट सिटी

बिहार में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत भागलपुर, मुजफ्फरपुर और बिहारशरीफ को संवारने में आईआईटी पटना के विशेषज्ञ मदद करेंगे। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना के निदेशक प्रो. टीएन सिंह और भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड (बीएससीएल), मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड (एमएससीएल) और बिहारशरीफ के साथ स्मार्ट सिटी लिमिटेड (बीएसएससीएल) के अधिकारियों की मौजूदगी में शुक्रवार को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ। इसके अनुसार आईआईटी इन शहरों को स्मार्ट बनाने में गुणवत्ता को और बेहतर करने में तकनीकी मामलों में मदद करेगा। साथ ही संस्थान के विशेषज्ञ इंजीनियर निर्माण और एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र की गुणवत्ता सुधारने में मदद करेंगे।

Source : Hindustan

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