भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अफसर युवराज मरमट से भारतीय पुलिस सेवा (IPS) की अधिकारी पी. मोनिका का सादगीपूर्ण विवाह चर्चा में है. अफसर जोड़ा बीते सप्ताह कोर्ट मैरिज कर परिणय सूत्र में बंध गया है. खास बात यह है कि बड़े ओहदे पर बैठने वाले इस कपल की शादी महज 2000 रुपये में हो गई.

 

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में पदस्थ ट्रेनी आईएएस अधिकारी युवराज मरमट तेलंगाना कैडर की आईपीएस अधिकारी पी. मोनिका संग विवाह बंधन में बंधे हैं. कोर्ट रूम में ही उनका जयमाला का कार्यक्रम हुआ. मतलब सादगी से इस जोड़े ने एक-दूसरे को मालाएं पहनाईं और वहां मौजूद लोगों को मिठाई बांटी. इस शादी में दो फूल मालाएं, मिठाई और कोर्ट फीस मिलाकर कुल 2 हजार रुपये का खर्च आया.

IAS और IPS की जोड़ी है टैलेंटेड

साल 2021 में यूपीएससी में चयन होने से पहले युवराज मरकट आईआईटी बीएचयू में भी सलेक्ट हो चुके हैं. वहीं, आईपीएस अधिकारी पी. मोनिका पहले पैथलॉजी का कोर्स कर चुकी हैं. यही नहीं, उनकी रुचि फिटनेस, स्पोर्ट्स के अलावा ब्यूटी फैशन में भी है.

रायगढ़ में पहली पोस्टिंग

ट्रेनी आईएएस अधिकारी युवराज मरकट की पहली पोस्टिंग रायगढ़ में हुई है. बतौर सहायक कलेक्टर के पद पर कार्य कर रहे युवराज हाल ही में जिला मुख्यालय में आए हैं. उन्होंने सबसे पहले अपनी प्रेमिका पी. मोनिका के साथ कोर्ट मैरिज करके सेटल होना मुनासिब समझा है. इसके बाद वह आगे की प्लानिंग कर रहे हैं. इस कोर्ट मैरिज के बाद दोनों पति-पत्नी न तो कैमरे के सामने आ रहे हैं और न ही अचानक की गई शादी के बारे में कुछ कह रहे हैं.

रायगढ़ में दोनों की शादी के पीछे क्या मकसद था, यह तो सामने नहीं आया. लेकिन दोनों ने सादगी के साथ प्रेम विवाह किया. जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस अवसर पर दोनों अधिकारियों को बधाई देते हुए आर्शीवाद भी दिया.

इस कोर्ट मैरिज के दौरान जिले के कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने नव-विवाहित अधिकारी युगल को बधाई व शुभकामनाएं दी. साथ ही साथ सीईओ जिला पंचायत जितेन्दर यादव ने भी नवदम्पत्ति को अपनी शुभकामनाएं दीं. अपर कलेक्टर सुश्री संतन देवी जांगड़े ने विवाह प्रमाण पत्र सौंपा.

रानू साहू ने भी किया था प्रेम विवाह

रायगढ़ जिले के इस अपर कलेक्टर कार्यालय में यह दूसरा बडा प्रेम विवाह संपन्न हुआ है. इससे पहले जिले की पूर्व कलेक्टर रानू साहू ने भी कोर्ट मैरिज की थी. साल 2012 में आईएएस रानू साहू ने आईएएस अफसर जेपी मौर्य से कोर्ट मैरिज की थी. दोनों 2010 बैच के आईएएस अधिकारी थे. उस वक्त रानू साहू रायगढ़ जिले की सारंगढ़ तहसील में बतौर एसडीएम पदस्थ थीं और जेपी मौर्य रायपुर में मंत्रालय में कार्यरत थे. इतना ही नहीं, रानू साहू रायगढ़ कलेक्टर भी रह चुकी हैं. बता दें कि राजू साहू अब ईडी की गिरफ्त में आने के बाद रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं.

Source : Aaj Tak

Muzaffarpur Now – Bihar’s foremost media network, owned by Muzaffarpur Now Brandcom (OPC) PVT LTD