इस सावन में भी बाबा गरीबनाथ मंदिर के जलाभिषेक के लिए अरघा मंदिर के बाहर ही लगाया जाएगा। पंचायती राज विभाग के सचिव और मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष मिहिर कुमार सिंह ने शनिवार को श्रावणी मेला की तैयारियों के संबंध में गरीबनाथ मंदिर के सभागार में आयोजित न्यास समिति की बैठक के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हाथरस की घटना को ध्यान में रखते हुए अरघा की जगह में परिवर्तन करना संभव नहीं है और इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन को सौंपी गई है।
बैठक से पहले, सेवादार दल के सदस्यों ने मंदिर के बाहर अरघा लगाने का विरोध किया और इसके स्थान परिवर्तन के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया। सचिव एनके सिन्हा ने मंदिर से जुड़े लोगों का मानदेय बढ़ाने की चर्चा की, जिस पर अध्यक्ष ने कहा कि अभी मेला को प्राथमिकता दी जाएगी और मानदेय बढ़ाने की बात सावन के बाद की बैठक में की जाएगी। इस बैठक में पुरेन्द्र प्रसाद, सदस्य डॉ. सुरेन्द्र कुमार, अखिलेश प्रसाद शुक्ला, और पंडित विनय पाठक भी उपस्थित थे।
मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एसी लगाने की भी घोषणा की गई। मिहिर कुमार सिंह ने बताया कि बैठक में मंदिर के 2200 सेवकों को टी-शर्ट प्रदान करने की भी मंजूरी दी गई। एसडीओ पूर्वी और मंदिर समिति के उपाध्यक्ष अमित कुमार को सावन में मंदिर से जुड़े किसी भी कार्य के लिए खर्च की स्वीकृति दी गई, ताकि मंदिर की सुविधाओं के अनुसार काम कराए जा सकें।