बेंगलुरु. कर्नाटक में एक टमाटर व्यापारी आयकर विभाग की फर्जी रेड का शिकार हो गया. यहां लुटेरों ने व्यापारी के घर से 35 लाख रुपये की नगदी और 20 लाख रुपये के जेवरों पर हाथ साफ कर दिया. इतना ही नहीं आरोपियों ने घरवालों को डराया, धमकाया और बांधकर फरार हो गए. फिलहाल, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. आशंका जताई जा रही है कि किसी जानकार ने ही इस अपराध को अंजाम दिया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मामला कोलार के बायर गौड़ा एक्सटेंशन इलाके का है. यहां खुद को अधिकारी बताते हुए कुछ लोग टमाटर व्यापारी और एपीएमसी के पूर्व अध्यक्ष रमेश के घर पर पहुंचे. आरोपियों ने परिवार को बताया कि उनके पास घर की जांच के आदेश हैं. मामला संदिग्ध नहीं लगने पर रमेश ने अधिकारियों को घर में आने दिया, लेकिन बाद में उन्हें शक हुआ.
खबर है कि 6 आरोपियों ने पहचान के रूप में घरवालों को कुछ फाइलें दिखाई, जिनमें सीबीआई का जिक्र था. घर में अंदर प्रवेश करने के बाद ही कथित रूप से आरोपियों ने परिवारवालों को रुपये और अन्य कीमती चीजों के बारे में सवाल किए. जांच का हिस्सा मानते हुए रमेश, पत्नी और उनके बेटे ने सवालों के जवाब दिए और जानकारी साझा कर दी कि रकम और जेवर कहां रखे हैं.
हालांकि, जब बदमाश पैसा जुटाकर पैकिंग करने लगे, तो रमेश को शक हुआ और उन्होंने पुलिस नहीं होने को लेकर सवाल किया. इसके बाद बदमाशों ने घरवालों को चाकू से धमकाया और तीनों को पूजा रूम में रस्सियों से बांध दिया. इसके बाद वे सीसीटीवी को नुकसान पहुंचाकर निकल गए. घटना की जानकारी लगते ही कोलास एसपी देवराज मौके पर पहुंच गए थे और रमेश और परिवारवालों से पूछताछ की.
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि रमेश टमाटर व्यापारी हैं और चिट फंड का कारोबार भी करते हैं. वे कथित रूप से दुपहिया वाहन में ऑफिस से करीब 35 लाख रुपये लेकर आए और उन्हें घर पर ही रख लिया.
Source : News18