मुजफ्फरपुर/मीनापुर। दो साल पहले स्मार्ट क्लास के लिए मिला टीवी अब भी कार्टन में ही बंद मिला। डीईओ अजय कुमार सिंह की जांच में गुरुवार को स्कूल की यह गड़बड़ी सामने आई। मीनापुर की तीन स्कूलों की डीईओ ने जांच की। इसमें स्मार्ट क्लास से लेकर विभिन्न योजनाओं में अनियमितता सामने आई।
यही नहीं, स्कूलों की योजनाओं में हो रहे खेल को छुपाने के लिए इससे संबंधित कागजात ही गायब कर दिए गए हैं। डीईओ ने स्कूलों के प्राचार्य को शोकॉज करते हुए 24 घंटे में जवाब मांगा है। इन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इन स्कूलों में मध्याह्न भोजन में भी बच्चों की संख्या में अंतर मिला। इससे संबंधित भी कोई कागजात स्कूल में नहीं मिला।
डीईओ ने मीनापुर के म.वि. कोइली, प्रा. वि कोइल और उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय हरका की जांच की। उनके जांच में पहुंचने से पूरे प्रखंड में हड़कंप मचा रहा। डीईओ ने कहा कि स्कूलों का सही से संचालन नहीं हो रहा है। कोई भी कागजात स्कूल में नहीं। शिक्षक तो उपस्थित थे, लेकिन मध्याह्न भोजन में बच्चों की संख्या में अंतर पाया गया। स्कूल में बच्चों की भौतिक उपस्थिति कुछ और मध्याह्न भोजन में कुछ और संख्या सामने आई। प्राचार्यों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। डीईओ ने कहा कि हरका उ.स्कूल में दो साल पहले स्मार्ट क्लास का टीवी दिया गया और आज तक यह कार्टन में ही बंद है। यह घोर लापरवाही और गड़बड़ी है। कहा कि सभी स्कूल से रिपोर्ट दी जाती है कि बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास का संचालन हो रहा है।
हर सप्ताह कम से कम दो प्रखंड में करेंगे जांच :
डीईओ ने कहा कि स्कूल के स्तर पर हो रही गड़बड़ी सहन नहीं की जाएगी। सभी अधिकारियों को हर सप्ताह कम से कम पांच स्कूलों की जांच करनी है। डीईओ ने कहा कि शिक्षक से लेकर जिस स्तर पर गड़बड़ी सामने आएगी। वहां वेतन बंद ही नहीं बल्कि निलंबन की कार्रवाई भी की जाएगी। बताया कि वह हर सप्ताह कम से कम दो प्रखंड में जांच करेंगे।
Source : Hindustan