लॉरेंस विश्नोई गिरोह के दो शार्प शूटर सुनील बारोलिया और शहनवाज शाहिद को पुलिस ने मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार कर लिया। दोनों बस में बैठे थे और नेपाल भागने की फिराक में थे। मुजफ्फरपुर डीआईयू की टीम ने हरियाणा पुलिस को सूचित कर दिया है। दोनों सुपारी लेकर हत्या करते हैं। उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
सुनील मूलरूप से जयपुर व शहनवाज सीतामढ़ी का है। शहनवाज रोहतक में रह रहा था। दोनों हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और यूपी में कई मामलों में वांटेड हैं। दोनों ने बीते 29 फरवरी को गोल्डी बराड़ से सुपारी लेकर रोहतक में मां और बेटे को 15 गोलियां मारी थीं। इसमें 15 वर्षीय लड़के की मौत हो गई थी। दोनों दो बार जेल से फरार हो चुके थे। हरियाणा क्राइम ब्रांच ने गैंग के शूटरों की तस्वीर जारी की थी। दोनों के मुजफ्फरपुर में होने की सूचना मिली। इसके बाद डीआईयू की टीम ने लोकेशन लेकर सीतामढ़ी रोड में बस से दबोच लिया। एक टीम सीतामढ़ी में रुन्नीसैदपुर टोल नाका पर भी तैनात की गई थी। यदि ये दोनों यहां से निकल जाते तो उन्हें वहां दबोचने की तैयारी थी।
पहले भी जिले में धरे गए थे गिरोह के दो गुर्गे
लॉरेंस विश्नोई गैंग का मुजफ्फरपुर से पहले भी जुड़ाव सामने आ चुका है। इससे पहले, हरियाणा के कई विधायकों, सांसदों और व्यवसायियों से रंगदारी मांगने के मामले में गिरोह के दो गुर्गों को मुजफ्फरपुर से दबोचा गया था। इनमें एक कांटी और एक गोपालगंज का रहने वाला है। दोनों को सदर थाने इलाके से गिरफ्तार करने के बाद हरियाणा क्राइम ब्रांच की टीम अपने साथ ले गई थी। मुजफ्फरपुर और मोतिहारी के गुर्गों ने रंगदारी के रुपये हवाला के जरिए खातों में मंगवाए थे।
Source : Hindustan