केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राजनीति से संन्यास लेने वाले अपने बयान से 24 घंटे के अंदर ही यू-टर्न ले लिया है। उन्होंने बुधवार को मीडिया ये बात करते हुए कहा कि अभी राजनीति से वे संन्यास लेने वाले नहीं हैं। राजनीति में वे क्रांति करने आए हैं। गिरिराज सिंह आज अरवल में सभा में भाग लेने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। बता दें कि गिरिराज सिंह ने मंगलवार को मुजफ्फरपुर के एक कार्यक्रम में कहा था कि मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा।
दरअसल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। कभी मंदिर को लेकर, तो कभी इशारों ही इशारों में नीतीश कुमार पर तंज कसकर। तो भी बीजेपी एमएलसी संजय पासवान से चाय की चुस्की के बहाने मुलाकात करके। इसी कड़ी में मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की दूसरी पाली के समापन के साथ ही मेरे राजनीतिक जीवन का भी समापन हो जाएगा। मुजफ्फरपुर सर्किट हाउस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने राज्य सरकार पर विकास कार्यों में भेदभाव का आरोप भी लगाया था।
मंगलवार को गिरिराज सिंह ने जोर देकर कहा कि वे राजनीति में एक सपने के साथ आए थे। सपना था, जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है। नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के आरंभ में ही अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाकर इसे पूरा कर दिया है। उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में राम मंदिर निर्माण, जनसंख्या नियंत्रण और यूनिफॉर्म सिविल कोड से जुड़ी चीजें भी पूरी हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि इसी के साथ मेरा राजनीतिक जीवन का भी समापन हो जाएगा।
अचानक 24 घंटे के अंदर वे अपने बयान से यू-टर्न ले लिया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए दो टूक कहा कि मैं अभी संन्यास लेने वाला नहीं हूं। हम राजनीति में क्रांति करने आए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि यदि राजनीति से मैं हटा तो इसके पहले कितनों को हटा दूंगा। उन्होंने पटना में रामलीला की प्रशासन की ओर से अनुमति नहीं मिलने पर भी कमेंट किया।
Input : Dainik Jagran
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