लॉकडाउन के दौरान विद्यार्थियों की उलझनें काफी बढ़ गई हैं। उनकी समस्या को देखते यूजीसी ने दिशानिर्देश जारी किया है। इसके तहत विभागीय स्तर पर गाइडलाइन जारी की जा रही है। विश्वविद्यालय को हेल्पलाइन नंबर जारी करने को कहा गया है। इसके माध्यम से विद्यार्थी अपनी समस्याएं रख सकेंगे। वहीं हॉस्टल और अन्य जगहों पर फंसे विद्यार्थियों की मॉनिटरिंग भी करनी है। ऐसे विद्यार्थियों को किसी तरह की परेशानी होने पर सीनियर और उसके दोस्तों की मदद से उसे सुलझाने को कहा गया है।
यूजीसी ने अपना हेल्पलाइन नंबर 0804611007 जारी किया है। मानसिक या अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को लेकर विद्यार्थी इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। उनकी काउंसिलिंग की जाएगी। साथ ही कुछ वेबसाइट्स और ई-मेल भी उपलब्ध कराए गए हैं। जिनके माध्यम से विद्यार्थी अपनी समस्याओं से अवगत करा सकते हैं।
कुलसचिव डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि विवि में इस व्यवस्था शुरू करने के लिए पीजी मनोविज्ञान विभाग से बात की जा रही है। वहां के शिक्षकों के सहयोग से विद्यार्थियों की काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन तैयार की जाएगी।
नियोजित शिक्षकों के साथ हो रही वादा खिलाफी
नियोजित शिक्षकों की हड़ताल खत्म कराने की दिशा में अभी तक कोई पहल नहीं की जा सकी है। नियोजित शिक्षक सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे हैं।
टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के जिलाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार एवं मीडिया प्रभारी विवेक कुमार ने स्नातक विधान पार्षदों पर भी निष्क्रियता का आरोप लगाया है। चुनाव में उन्हें सबक सिखाने की बात कही है।
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