नई शिक्षा नीति के तहत बिहार विवि समेत सभी विश्वविद्यालयों में स्नातक के छात्र-छात्राएं अब डाटा एनालिसिस सीख सकेंगे। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों के लिए स्नातक का नया पाठ्यक्रम जारी कर दिया हैं। जिसके तहत विवि के कुलपतियों को पत्र भेज कर यह निर्देश दिया गया है कि यूजीसी के नए पाठ्यक्रम में स्नातक में पढ़ने वाले सभी विषयों के विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा दी जाए। इससे विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता का विकास होगा। अब कॉलेजों में विद्यार्थियों के लिए कंप्यूटर की शिक्षा को अनिवार्य कर दिया गया हैं।
बीआरए बिहार विवि के डीएसडब्ल्यू प्रो. अभय कुमार सिंह ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि यूजीसी के नए सिलेबस को लागू करने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। प्रस्ताव पास होने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।
इतना ही नही स्नातक के विद्यार्थियों की अब नेतृत्व क्षमता विकसित करने पर भी अब काम किया जायेगा। नए पाठ्यक्रम के तहत कॉलेजों के शिक्षक विद्यार्थियों में लीडरशिप क्वालिटी को डेवलप करेंगे। इससे पढ़ाई पूरी करने के बाद जब छात्र रोजगार के तरफ अग्रसर होंगे तो उन्हें काफी फायदा होगा। इसके अतिरिक्त स्नातक के छात्रों के लिए कम्युनिकेशन स्किल की भी कक्षा चलाई जाएगी। क्लास के दौरान विद्यार्थियों को जब कोई चैप्टर पढ़ाया जाएगा तो उनको उसका विश्लेषण करना होगा,जिसके बाद उस विषय पर अपनी राय देनी होगी।
साथ ही विवि के कॉलेजों में विद्यार्थियों के लिए क्रिएटिव राइटिंग की भी कक्षा चलेगी। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के नए मॉडल में विद्यार्थियों के लिए क्रिएटिव राइटिंग कंपल्सरी कर दिया गया है। यूजीसी के अनुसार सृजनात्मक लेखन की कला यदि विद्यार्थी सीख जाते हैं तो इससे उनमें अभिव्यक्त करने की शैली आ जायेगी।