औरंगाबाद में एक एक दिलचस्प मामला सामने आया है। प्रेमिका ने जज से प्रेमी से शादी की गुहार लगाई और जज ने भी विवाह करने का आदेश दे दिया। इसके बाद जेल में बंद प्रेमी को शादी करने पर राजी होना पड़ा।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को व्यवहार न्यायालय के न्यायाधीश ओमप्रकाश सिंह की अदालत में प्रेमिका ने जेल में बंद प्रेमी से विवाह के लिए गुहार लगाई। न्यायालय ने जेल में बंद प्रेमी को मंदिर में शादी करने के लिए लाने का जेल अधीक्षक को आदेश दिया। इस निर्देश के आलोक में शनिवार को जेल प्रशासन ने प्रेमी को हाथ में हथकड़ी लगाकर कोर्ट परिसर स्थित महावीर मंदिर लाया। जहां विधिवत मंत्रोचार के साथ पुजारियों ने दोनों प्रेमी प्रेमिका की शादी कराई।
पटना में पढ़ाई के दौरान हुआ था इश्क
दरअसल, बारुण प्रखंड के सुंदरगंज के दुधार गांव की एक युवती सपना कुमारी (काल्पनिक नाम) के साथ बारुण थाना क्षेत्र के जनकोप निवासी राजकुमार गुप्ता के साथ पिछले 3 साल से प्रेम प्रसंग में थी। दोनों पटना में पढ़ाई के दौरान पिछले 3 साल से एक दूसरे से प्यार करते थे, लेकिन दोनों की जाति अलग होने की वजह से घर वालों ने शादी करने से मना कर दिया। लड़के ने भी शादी से इनकार कर दिया। बाद में प्रेमिका सपना ने इस संबंध में बारुण थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई। दर्ज प्राथमिकी के आलोक में पुलिस ने राजकुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कोर्ट के आदेश पर माना प्रेमी
जब मामला न्यायालय पहुंचा तो पीड़िता ने न्यायधीश से गुहार लगाई। न्यायाधीश ने मंडल कारा औरंगाबाद को निर्देश दिया और प्रेमी राजकुमार गुप्ता को न्यायिक हिरासत में कोर्ट लाने को कहा। इसी बीच प्रेमी ने प्रेमिका से शादी रचाने पर अपनी सहमति दे दी। जिस पर न्यायालय ने शनिवार को दोनों प्रेमी युगल की शादी मंदिर में प्रेमी प्रेमिका के परिजनों के मौजूदगी में कराई। अधिवक्ता सतीश स्नेही ने बताया, ‘इससे लोगों को न्यायालय के प्रति विश्वास बढ़ेगा। प्रेमी को जल्द जमानत मिल सकती है।’ वहीं, प्रेमिका ने कहा, ‘आखिर में प्यार की जीत हुई है।’
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