सुहाग की लंबी आयु के लिए ज्येष्ठ मास की कृष्ण शुक्ल अमावस्या को वट सावित्री व्रत महिलाएं रखेंगी। यह तीन जून को पड़ रहा है। सोमवार को पड़ने के कारण वट सावित्री के साथ सोमवती अमावस्या का संयोग भी पड़ रहा है।
यह पूजन स्त्रीयाँ सौभाग्य प्राप्ति और पति की लंबी आयु की कामना के लिए करती हैं। सभी सुहागन महिलाएं पूरे सोलह शृंगार कर बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं। पं. प्रभात मिश्र बताते हैं कि वट के वृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों का निवास होता है। जो स्त्री सावित्री के समान यह व्रत करती हैं उसके पति पर आनेवाले संकट दूर होते हैं। .
Input : Hindustan