लोकआस्था का महापर्व छठ पूर्णतः प्रकृति पूजन हैं। छठ महापर्व के माध्यम से विश्व को प्रकृति संरक्षण और पवित्रता का बहुत बड़ा संदेश दिया जा सकता है। इसी संयुक्त विषय पर गंभीरता से काम कर रही है, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप कुमार दुबे की छठी मैया फाउंडेशन।
छठी मैया फाउंडेशन द्वारा आगामी 12 जुलाई को नई दिल्ली में छठी मैया फाउंडेशन के तहत भव्य आयोजन होने जा रहा है।
आयोजित कार्यक्रम का विषय है प्रकृति को अब हमारी जरूरत है। छठी मैया फाउंडेशन के चेयरमैन संदीप दुबे ने मुजफ्फरपुर नाउ को बताया कि आगामी 12 जुलाई को ” द इंडियन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल लॉ ” दिल्ली में ओएनजीसी की मदद से प्रकृति को हमारी जरूरत है के विषय पर संध्या 4:00 बजे से रंगारंग कार्यक्रम एवं सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में देशभर के बुद्धिजीवी, रिटायर्ड जज, सुप्रीम कोर्ट के वकील भी शामिल होंगे।
आयोजित कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में छठी मैया के भक्त नाटक के माध्यम से छठी मैया की महत्ता सबको बताएंगे । आयोजित कार्यक्रम में छोटे बच्चे गणेश वंदना करेंगे और मुख्य विषय हम प्रकृति को कैसे बचाएं से संबंधित पेंटिंग भी देखने को मिलेगा। बिहार की लिट्टी चोखा आए हुए अतिथियों को बिहारीपन का भान कराएगा। साथ ही बिहार का चर्चित” ठेकुआ” जो की छठी माई का प्रसाद है, इसका भी वितरण आयोजकों द्वारा किया जायेगा।
इस कार्यक्रम का आयोजन छठी मैया फाउंडेशन के चेयरमैन संदीप दुबे ने किया है, छठ को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने की छठी मैया फाउंडेशन की यह पहल अनूठी है। फाउंडेशन के चेयरमैन संदीप दुबे बताते हैं कि छठी मैया वर्तमान समय की सभी समस्याओं की समाधान है। हमें प्रकृति में अपनी हिस्सेदारी तय करनी होगी , छठ को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने की कोशिश नई पीढ़ी और नए छठ करने वाले लोगों को ऊर्जा प्रदान करता है।