भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने 8 अगस्त को तड़के सुबह कुश्ती से रिटायरमेंट का ऐलान किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना।” पेरिस ओलंपिक के फाइनल से पहले उन्हें 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण डिस्क्वालिफाई किया गया था, जिसके बाद उन्होंने यह निर्णय लिया। इस निर्णय के साथ ही उनका ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना अधूरा रह गया। विनेश ने 2016, 2020 और 2024 ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन वे एक भी मेडल नहीं जीत पाईं। पेरिस में फाइनल में पहुंचने के बाद उनका सिल्वर मेडल लगभग तय था, लेकिन ओवरवेट होने की वजह से वे प्रतियोगिता से बाहर हो गईं।
माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब।
अलविदा कुश्ती 2001-2024 🙏
आप सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी माफी 🙏🙏
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) August 7, 2024
सोशल मीडिया पर भावुक संदेश
विनेश फोगाट ने अपने रिटायरमेंट की घोषणा सोशल मीडिया पर की। उन्होंने लिखा, “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई माफ करना। आपका सपना और मेरी हिम्मत टूट चुके हैं। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।”
पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन
विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में 50Kg वर्ग में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं। 6 अगस्त को उन्होंने तीन पहलवानों को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी, जिनमें वर्ल्ड नंबर-1 और गत ओलंपिक चैंपियन युइ ससाकी भी शामिल थीं। लेकिन अगले दिन 100 ग्राम वजन अधिक होने की वजह से उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया।
सीएएस में शिकायत
विनेश फोगाट ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में ओलंपिक के फैसले के खिलाफ शिकायत की है। सीएएस गुरुवार को इस मामले पर अंतरिम फैसला सुनाएगा कि विनेश को पदक मिलेगा या नहीं।
वजन कम करने की कोशिश में बीमार
विनेश ने वजन कम करने के लिए रात-रात भर मेहनत की, जिससे उनके शरीर में पानी की कमी हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस कठिनाई के बावजूद, विनेश ने अपने खेल करियर में कई मुकाम हासिल किए और वे हमेशा भारतीय कुश्ती जगत की एक प्रमुख हस्ती रहेंगी।