अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। टेकऑफ के दौरान एक यात्री विमान तेज रफ्तार में अस्पताल के हॉस्टल भवन से टकरा गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। इस दर्दनाक दुर्घटना में जहां 265 लोगों की जान चली गई, वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे जो चमत्कारिक रूप से बच निकले। उन्हीं में से एक हैं रमेश विश्वास, जिनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात कर उनका हाल जाना।
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— AajTak (@aajtak) June 13, 2025
‘सब कुछ खत्म हो गया था, मैं कैसे बचा, समझ नहीं आया’
अस्पताल में इलाजरत रमेश ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में बताया कि टेकऑफ के दौरान उन्हें कुछ अजीब सा महसूस हुआ। कुछ पल के लिए सब कुछ थम गया, फिर अचानक तेज लाइटें और जोरदार आवाज के साथ विमान सीधे हॉस्टल की बिल्डिंग से टकरा गया। उन्होंने कहा कि वह विमान के उस हिस्से में बैठे थे जो टक्कर के समय नीचे गिरा और शायद इसी वजह से उनकी जान बच गई।
रमेश ने बताया, “मेरी आंखों के सामने आग की लपटों में दो एयर होस्टेस और एक बुजुर्ग दंपती जल गए। मैं किसी तरह टूटे दरवाजे से बाहर निकलने में कामयाब रहा। कुछ सेकेंड और रुक जाता तो शायद मैं भी नहीं बच पाता।”
परिवार में मायूसी और उम्मीद के बीच जंग
रमेश के भाई अजय भी उसी विमान में सवार थे, लेकिन हादसे के बाद से उनका कोई सुराग नहीं है। लंदन के लेस्टर में रहने वाले विश्वास के परिवार ने बताया कि रमेश तो अस्पताल में भर्ती हैं और धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं, लेकिन अजय को लेकर अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। भाई नयन विश्वास ने कहा, “हम भारत के लिए रवाना हो रहे हैं, और दुआ कर रहे हैं कि अजय की भी कोई अच्छी खबर मिले।”
परिवार इस हादसे से गहरे सदमे में है। रमेश की मां-पिता और पत्नी की हालत भी बेहद खराब है। मोहल्ले में मातमी सन्नाटा पसरा है और सभी लोग इस घटना से व्यथित हैं।
यह रिपोर्ट हादसे में जीवित बचे रमेश विश्वास की आपबीती और उनके परिजनों से बातचीत पर आधारित है। प्रशासन अभी भी राहत और बचाव कार्य में जुटा है।