मुज़फ़्फ़रपुर नगर निगम को 2010 में 98 करोड़ रुपये से शहर में जलापूर्ति पईप लाइन बिछाने के साथ-साथ 10 जलमीनार एवं 29 पंप हाउसों का निर्माण की जांच, 59 करोड़ के टेंडर के 19 दिसंबर 2013 तक कार्य पूरा करने के बजाए 30 करोड़ खर्च कर 10 प्रतिशत भी काम नहीं करने के मामले की गहन जांच के उपरांत दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए लोक चेतना दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाकिन्द्र कुमार यादव ने नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव, विशेष सचिव, मंत्री, नगर आयुक्त सहित मुख्यमंत्री से शिकायत की है।
मामले को लोक शिकायत की अदालत में भी दर्ज कराई गई है जिसकी सुनवाई 29 मई को निर्धारित की गई है जिसमे नगर आयुक्त को स्वयं या उनके द्वारा प्रितिनियुक्त प्रतिनिधि उपस्थित होकर मामले की स्थिति को रखेंगे।
मालूम हो कि मुज़फ़्फ़रपुर शहरवासियों के हलक सूखे हैं। शहर के आधे घरों तक निगम का पानी नहीं पहुंच सका है। हाल यह है कि पिछले पांच साल में जलापूर्ति योजना पर 30 करोड़ खर्च हो चुके हैं। करोड़ों रुपये पड़े हुए हैं।
मामला :
हाल में जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन के अंतर्गत शहर को वर्ष 2010 में 98 करोड़ रुपये मिले। इससे शहर में जलापूर्ति पईप लाइन बिछाने के साथ-साथ 10 जलमीनार एवं 29 पंप हाउसों का निर्माण होना था। योजना की डीपीआर हैदराबाद की एक कंपनी ने बनाई। बाद में सकार ने योजना का जिम्मा बिहार शहरी आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड ( बुडको ) को सौंप दिया। बुडको ने कार्य के लिए पिछले साल 59 करोड़ के टेंडर निकाले। नगर निगम, बुडको एवं हैदराबाद की एक निर्माण एजेंसी के बीच करार के बाद काम शुरू हुआ। दो साल यानी 19 दिसंबर 2013 तक कार्य पूरा करना था। 30 करोड़ खर्च कर 10 प्रतिशत भी काम नहीं हुआ और योजना ठंडे बस्ते में चली गई जिसके लिए शाकिन्द्र ने शिकायत दर्ज कराई है।