नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इस वायरस का प्रसार रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार शाम को 21 दिनों के ऐतिहासिक राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की. उनके इस साहसिक कदम की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने तारीफ की और कहा कि संकट की इस घड़ी में भारत ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि कोरोना के दूसरे स्टेज पर होने पर ही भारत कई उपाय कर रहा है. इसके गंभीर होने से पहले इसे दबाने और नियंत्रित करने में यह कदम मदद करेगा. WHO ने यह भी कहा कि यह प्रयास बहुत ही अच्छे हैं, लेकिन इस महामारी को रोकने के लिए अतिरिक्त आवश्यक उपायों की भी जरूरत पड़ेगी, वरना ये फिर से लौट सकता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक मिशेल जे रेयान ने कहा कि आवश्यक उपायों, जरूरी सुरक्षाओं को लागू किए बिना, देश का इससे निकलना कठिन हो जाता है. अगर फिर से यह वापस आता है तो यह भारत के सामने एक बड़ी चुनौती होगी.
चेचक और पोलियो के लिए उठाए भारत ने गंभीर कदम
डॉक्टर माइकल रेयान ने कहा कि चीन की ही तरह भारत भी एक बड़ी आबादी वाला देश है. इसलिए यह ज़रूरी है कि भारत जनस्वास्थ्य के स्तर पर बड़े और सख़्त कदम उठाए और सोसाइटी के स्तर पर इसे रोकने, नियंत्रित करने की कोशिश करे. उन्होंने कहा, “भारत ने दो गंभीर बीमारियों, चेचक और पोलियो से लड़ने में भी काफी अहम भूनिका निभाई थी. चेचक वो गंभीर बीमारी थी जिसकी वजह से हजारों लोगों की मौतें हुईं. जो दुनिया की सारी लड़ाइयों में हुई मौतों से भी ज़्यादा थीं.”
पोलियो को हराया इसे भी हरा देगा भारत
डॉक्टर रेयान ने कहा कि भारत के पास बेहतरीन क्षमता है इसने पोलियो को हारने के लिए हर वह कदम उठाया जिसकी ज़रूरत इस बीमारी से निपटने के लिए थी. मामलों की पड़ताल की और टीकाकरण शुरू किया. दुनिया को दिखाया है कि क्या किया जा सकता है.
Input : News18