कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से दुनिया भर में संक्रमण के मामलों में उछाल आया है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गुरुवार को कहा कि पिछले सप्ताह पूरे विश्व में कोरोना के 2.1 करोड़ मामले सामने आए जो कि इस बात का संकेत दे रहे हैं कि इस समय कोविड-19 की तीसरी लहर कितनी तीव्र है. दुनियाभर के रिसर्चर्स का मानना है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट कोविड का अंतिम वेरिएंट नहीं है. डब्ल्यूएचओ के वैज्ञानिकों का मानना है कि कोविड-19 का एक और वेरिएंट जो कि ओमिक्रॉन से भी तेज गति से फैलेगा वह जल्द ही दुनिया में देखने को मिल सकता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक अधिकारी ने हाल ही कहा था कि ओमिक्रॉन के अतिरिक्त दुनिया में एक नया वेरिएंट जल्द ही देखने को मिल सकता है. वैज्ञानिक ने यह भी माना कि साथ ही यह नया वेरिएंट ओमिक्रॉन से कहीं ज्यादा तेज गति से फैलने वाला हो सकता है.
सोशल मीडिया में एक चर्चा के दौरान डब्ल्यूएचओ की वैज्ञानिक मारिया वान केरखोव ने कहा था कि कोविड मामलों में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है. हालांकि उन्होंने ने कहा कि ओमिक्रॉन उतना खतरनाक नहीं रहा जितना कि कोविड के पिछले वेरिएंट रहे. उन्होंने चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि कोविड का अगला वेरिएंट इससे कही ज्यादा खतरनाक हो सकता है.
Dr Maria Van Kerkhove: COVID-19 future scenarios and what we can all do … https://t.co/gW9Cb0Mgdy via @YouTube
— Michaela Maestas (@MichaelaMaestas) January 27, 2022
मारिया ने कहा कि अभी पूरी दुनिया के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि कोविड का अगला वेरिएंट किस तरह से रिएक्ट करेगा और क्या है अधिक जानलेवा होगा या कम खतरनाक. उन्होंने कहा कि लोग इस भ्रम में न पड़ें कि बीतते समय के साथ कोरोना के वेरिएंट कमजोर हो जाएंगे और कम लोग बीमार पड़ेंगे. उन्होंने कहा हम उम्मीद कर सकते हैं कि अगला वेरिएंट कम खतरनाक हो लेकिन इसकी गारंटी नहीं ली जा सकती.
डब्ल्यूएचओ वैज्ञानिक ने कहा कि जब तक कोरोना का संक्रमण है तब तक कोविड-19 प्रोटोकॉल का प्रयोग करना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगले संस्करण में वैक्सीन से खुद का बचाव करने की क्षमता भी होगी और यह ओमिक्रॉन से अधिक गति से संचरित हो सकता है.
Source : News18