विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नई चेतावनी जारी करते हुए सोमवार को यह भी कहा कि कोरोना का अचूक इलाज मुश्किल है. WHO के प्रमुख डॉक्टर टेड्रोस एडोनोम गेब्रिएसस ने कहा कि उम्मीद है कि कोविड-19 की वैक्सीन मिल जाए, लेकिन अभी इसकी कोई अचूक दवा नहीं है और संभव है कि शायद कभी ना हो. इसके साथ ही भारत को लेकर बड़ी बात कही है.
भारत के बारे में कहा कि वहां संक्रमण दर बहुत ज्यादा है और देश को लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना चाहिए. इसके साथ ही यह भी कहा कि भारत में कोरोना मरिजों की बड़ी संख्या को देश की विशाल आबादी और बढ़ती टेस्टिंग के संदर्भ में भी देखा जाना चाहिए. भारत जैसे देशों में ट्रांसमिशन रेट बहुत ज्यादा है और अभी उन्हें काफी लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना चाहिए.
टेड्रोस ने कहा कि ‘कई वैक्सीन तीसरे चरण के ट्रायल में हैं और हम सबको उम्मीद है कि कोई एक वैक्सीन लोगों को संक्रमण से बचाने में कारगर साबित होगी. हालांकि अभी इसकी कोई अचूक दवाई नहीं है और संभव है कि शायद यह कभी नहीं मिले. ऐसे में हम कोरोना को टेस्ट, आइसोलेशन और मास्क के ज़रिए रोकने का काम जारी रखें.’