बाेचहा विधानसभा उपचुनाव में 13 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला जानने में अधिक समय नहीं लगेगा। दोपहर तक बोचहां के नव निर्वाचित विधायक का नाम फाइनल हो जाएगा। सर्विस वोटर के साथ सामान्य मतदाताओं की संख्या कम होने से गणना काफी रफ्तार से होगी। आपत्तियों से प्रभाव नहीं पड़ा तो वोटिंग की फास्ट गणना का भी रिकॉर्ड बन जाएगा। हालांकि उपचुनाव के कारण सभी दलों की निगाह एक सीट पर लगी है, ऐसे कमें मतगणना कर्मियो को आपत्तियों का भी सामना करना पड़ सकता है। हालांकि चुनाव आयोग के साथ जिला प्रशासन की तैयारी पारदर्शी मतगणना की है।
बोचहा विधानसभा उपचुनाव में 12 अप्रैल को हुई मतणना के बाद ईवीएम को स्ट्रांग रूम में रखा गया है। मतगणना के दिन 16 अप्रैल को ईवीएम कड़ी सुरक्षा में मतगणना स्थल तक लाई जाएगी। इसके बाद प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में एक एक मशीन की शील का निरीक्षण कराकर उसे खोला जाएगा। इस दौरान निर्वाजन से जुड़े अधिकारियों की चौकसी होगी। चुनाव आयोग के साथ जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा को लेकर पूरी तैयारी की गई है। तीन लेयर की सुरक्षा में ईवीएम को स्ट्रांग रूम में रखा गया है और गिनती भी कड़ी सुरक्षा के बीच कराई जाएगी।
सामान्य चुनाव में सर्विस वोट की गिनती में काफी समय लगता है। इसमें आपत्तियां भी बहुत अधिक होती हैं, लेकिन बोचहा उपचुनाव में सर्विस वोट की संख्या महज 411 है। इसमें 394 पुरुष और 17 महिला वोटर हैं। जानकारों का कहना है कि इसमें एक घंटे से भी कम समय लगेगा। इसके बाद ईवीएम का नंबर आता है। ईवीएम में भी अधिक समय नहीं लगेगा क्योंकि वोटरों की संख्या 290544 है, इसमें 59.2 % मतदान हुआ है। जानकारों की माने ताे आपत्तियां प्रभावित नहीं की तो दोपहर तक ही गणना पूरी कर ली जाएगी। मतगणना के लिए बैंक कर्मियों के साथ टीचरों को लगाया गया है।
निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक कुल 167 मतदान स्थलाें पर 350 मतदान केंद्र बनाए गए थे। विधानसभा के कुल 290544 मतदाताओं के लिए रिजर्व सहित कुल 488 कंट्रोल यूनिट बनाई गई थी। 483 बैलेट यूनिट तथा 503 VV PAT का उपयोग किया गया था। इसमें 3 कंट्रोल यूनिट, 2 बैलेट यूनिट और 2 VV PAT मॉक पोल के दौरान बदले गए। आयोग का कहना है कि 2 कंट्रोल यूनिट और 2 बैलेट यूनिट व 7 VV PAT मॉक पोल के बाद भी बदले गए थे। इस पूरी व्यवस्था में कड़ी धूप के बाद भी मतदाताओं का उत्साह दिखाई पड़ा। कुल 59.2 प्रतिशत मतदान हुआ है, जिस आधार पर गणना की रणनीति बनाई गई।
मतगणना के दौरान पूरे एरिया को सील रखा जाएगा। इस दौरान आस पास के इलाकों में धारा 144 लगाई गई है। किसी भी दशा में कोई गड़बड़ी नहीं हो इसके लिए चुनाव आयोग ने अफसरों के साथ बैठक की है। मतदान के दौरान भी 12 शिकायतें मिली थी, इस लिए मतगणना को लेकर भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि आपत्तियाें के कारण मतगणना थोड़ी प्रभावित हो सकती है। मतगणना में लगाए गए कर्मियों का कहना है कि इसमें समय नहीं लगेगा क्योंकि उपचुनाव में अधिकारियों पर भी एक ही विधानसभा की निगरानी का जिम्मेा होता है। मतगणना के लिए भी एक्सपर्ट कर्मचारी मिल जाते हैं। कई विधानसभा और उपचुनाव को कराने वाले कर्मचारियों का कहना है कि 2.90 लाख मतों की गणना सब कुछ सामान्य रहा तो दोपहर में ही पूरी कर ली जाएगी।
Source : Dainik Bhaskar