मुज़फ़्फ़रपुर रेलवे स्टेशन का एक हृदय को छू जाने वाला वीडियो वायरल हुआ था, छोटा बच्चा “रहमत” अपनी माँ के मृत शरीर के पास था, ये लोग कटिहार जिला के निवासी हैं, रहमत और उसके भाई अरमान से कटिहार जिलाधिकारी ने मुलाकात किया, और जिला प्रशासन, कटिहार द्वारा यथासंभव सहायता प्रदान करने का प्रयास किया गया –

1. आवासीय भूमि का पट्टा, राज्य सरकार के “वासगीत पर्चा” प्रावधान के तहत

2. आवास निर्माण हेतु सहायता, मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत
3. Rs 20,000 एक मुश्त सहायता राशि, मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ योजना के तहत

4. दोनों बच्चों की परवरिश के लिए Rs 4000 प्रति माह, Foster Care Scheme के तहत

5. दोनों बच्चों को निकट के आंगनवाड़ी केंद्र में नामांकित करवाया गया है, एक माह का पोषाहार अग्रिम दिया गया.

6. एक अन्य योजना के तहत एकमुश्त Rs 3000

7. दोनों बच्चों के नाम राशन कार्ड में जोड़ लिए गए और इस माह का 10 किलो खाद्यान दिया गया.

छोटे रहमत और अरमान को शायद पता भी नहीं कि उनकी माँ अब नहीं आएगी, जिलाधिकारी ने बताया आज जब मैं छोटे रहमत की नानी को ज़मीन का पट्टा और सहायता राशि का चेक दे रहा था, तो छोटे रहमत ने हाथ आगे बढ़ा कर उसको खुद लेने का प्रयास किया, ऐसा लगा कि मेरे हृदय की सारी भावनाएं मेरी आँखों से बह निकलीं, जिलाधिकारी ने कहा छोटे रहमत, हम लोग कौन होते हैं तुमको कुछ देने वाले, तुम्हारी सहायता तो ईश्वर करेंगे, सदैव करेंगे –

Abhishek Ranjan Garg

अभिषेक रंजन, मुजफ्फरपुर में जन्में एक पत्रकार है, इन्होंने अपना स्नातक पत्रकारिता...