स्मार्ट सिटी की कुल 930 करोड़ की योजनाओं में से 135 करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। जिनमें बैरिया बस टर्मिनल, पर्यटन सूचना केंद्र, मिनी बस व ई-रिक्शा स्मार्ट स्टॉप और वाटर एटीएम लगाने की योजना जैसे चार प्रोजेक्ट भी शामिल है।इसके बाबत जब अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने भूमि की अनुपलब्धता व अन्य तकनीकी कारणों का हवाला दे दिया।
बता दें कि बैरिया बस टर्मिनल बनाने के लिए निर्माण एजेंसी के रूप में बुडको का चयन हो चुका हैं लेकिन काम अभी शुरू नहीं हुआ हैं। जबकि पर्यटक सूचना केंद्र का मामला फाइलों में ही अटका हुआ हैं।मिनी बस व ई-रिक्शा स्टॉप और वाटर एटीएम की योजना का भी यही हाल हैं। अधिकारियों का अनुसार वाटर एटीएम के लिए जमीन उपलब्ध नही हो पाया हैं जबकि मिनी बस व ई-रिक्शा के 25 स्मार्ट स्टॉप के लिए जगह का चयन नही हो पाया हैं। जिस वजह से काम अटका हुआ हैं।
गौरतलब हैं कि साढ़े सात महीने बाद जून 2023 में मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड (एमएससीएल) का पांच वर्षों का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। लेकिन स्मार्ट सिटी के योजनाओं पर पूरा काम होना बाकी हैं। स्मार्ट सिटी योजना के तहत सिर्फ टाउन हॉल के जीर्णोद्धार पूरा हो सका हैं जबकि 13 ऐसे योजनाएं हैं जिस पर अभी सिर्फ आधा काम हुआ हैं। स्मार्ट सिटी से जुड़ी योजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया गया हैं। लेकिन इसके बावजूद स्पाइनल रोड प्रोजेक्ट,पेरिफेरल रोड प्रोजेक्ट,छह चौराहों का सौंदर्यीकरण,चार पार्कों का जीर्णोद्धार, सिकंदरपुर स्टेडियम समेत दर्जनभर ऐसे योजनाओं हैं। जिनका काम विस्तारित समय पर पूरा होना मुश्किल प्रतीत हो रहा हैं।
इस मामले को लेकर जब नगर आयुक्त नवीन कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी से जुड़ी योजनाओं में निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। इसको लेकर प्रतिदिन हर योजना की मॉनीटरिंग की जा रही है। साथ ही इसकी साप्ताहिक समीक्षा भी कर रहे हैं। हर स्तर पर नजर रखी जा रही है।