अयोध्या: भगवान राम की नगरी में छठे दीपोत्सव की तैयारियां धूमधाम से शुरू हो गई हैं. इस बार छठवें दीपोत्सव के मौके पर 14 लाख दीपक राम की पैड़ी पर जलाने का लक्ष्य रखा गया है. जिसके लिए 16 लाख दीपक मंगाए गए हैं. पिछले साल की तुलना में यह दीपक लगभग दोगुने हैं. सबसे ज्यादा दीपक अयोध्या के कुम्हार परिवारों को बनाने के लिए ऑर्डर दिया गया था. शायद यही वजह है कि कुम्हार परिवारों के लिए इस बार की दीपावली खुशहाली भरी होगी. कुम्हार परिवारों के लिए दीपोत्सव बोनस का काम करेगा. साढ़े दस लाख से ज्यादा दीपक अयोध्या के कुम्हार परिवारों को बनाने की जिम्मेदारी मिली थी. जिसमें लगभग साढ़े पांच लाख से ज्यादा दीपक अयोध्या के कुम्हार परिवारों ने बना दिया है. इसके अलावा आस-पड़ोस के जनपद के भी मिट्टी के दीपक मंगाए गए हैं.
दरअसल इस वर्ष दीपक लाने का क्रम पहले से शुरू कर दिया गया है. दीपों को राम की पैड़ी पर सुरक्षित स्थानों पर रखा जा रहा है. इस वर्ष दीपक के साइज को भी बढ़ाया गया है. जबकि ताकि जलाने के बाद दीपक जल्दी ना बुझ जाएं. क्योंकि पिछली साल काफी संख्या में दीपक या तो बुझ गए या फिर जलाने के लिए डाले गए तेल बह गया. वहीं इस बार पिछली बार का रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नया विश्व रिकॉर्ड भी बनाना है.
योगी 2.0 का है पहला दीपोत्सव
दरअसल इस बार राम की पैड़ी पर योगी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का पहला दीपोत्सव मनाने जा रही है. जिसकी तैयारी बहुत ही भव्य तरीके से की जा रही है. दीपोत्सव में अवध विश्वविद्यालय के वालंटियर अपने ही बनाए पुराने कीर्तिमान को तोड़ने का प्रयास करेंगे. जिसके लिए इस बार दीपको के साथ वॉलिंटियर्स की भी संख्या बढ़ाई गई है.
कुम्हार परिवारों के लिए दीपावली का बोनस
समाचार एजेंसी से बात करते हुए दीपक कारीगर राजेश बताते हैं कि, साढ़े पांच लाख दीपक अब तक हमने राम की पैड़ी पर पहुंचा दिया है और अभी 5 लाख दीपक लाना बाकी है. दीपोत्सव के दीपक का निर्माण 40 कुम्हार परिवारों कर रहे हैं. दीपक कारीगर राजेश ने कहा कि, दीपोत्सव के दीपक हमारे लिए दीपावली का बोनस है. दीपक बनाने का ठेका प्रति दीपक ₹1.30 पैसे के हिसाब से दिया गया है. पिछले वर्ष की अपेक्षा 10ml तेल इस वर्ष ज्यादा दीपको में डाला जाएगा. पिछली वर्ष 30 ML के दीपक बनाए गए थे.
16 लाख दीपक जलाकर बनाया जाएगा विश्व रिकॉर्ड
दीपोत्सव के नोडल अधिकारी अजय प्रताप सिंह ने बताते हैं कि अयोध्या में 16 लाख दीपक जलाना है और एक बार फिर विश्व रिकॉर्ड बनाना है. इसके लिए तैयारियां काफी तेज गति से चल रही हैं. वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हम लोग घाटों पर जाकर निरीक्षण भी कर रहे हैं.
16 लाख दीपक राम की पैड़ी पर चलने हैं. जिसमें से 4 लाख 55 हजार दीपक राम की पैड़ी पर पहुंच चुके हैं.
Source : News18