साउथैंप्टन के मैदान पर टीम इंडिया की पिछले दो सालों की मेहनत बेकार हो गई. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) में भारतीय टीम को हार का मुंह देखना पड़ा. न्यूजीलैंड ने उसे खिताबी मुकाबले में 8 विकेट से हरा दिया. भारतीय टीम ने पिछले दो सालों में शानदार प्रदर्शन कर अंक तालिका में नंबर 1 स्थान हासिल किया और वो फाइनल जीतने की बड़ी दावेदार भी थी लेकिन हमेशा की तरह अंतिम मौके पर उसके दिग्गज खिलाड़ियों ने निराश किया.
आइए आपको बताते हैं टीम इंडिया की हार के 5 ‘गुनहगार’
कप्तान विराट कोहली को टीम इंडिया की हार का पहला गुनहगार कहा जाए तो गलत नहीं होगा. विराट कोहली ने प्लेइंग इलेवन के सेलेक्शन और बल्लेबाजी में गलतियां कर भारत को जीत से दूर कर दिया. साउथैंप्टन की हरी पिच पर कोहली ने 2 स्पिनर उतारे. जडेजा और अश्विन की जगह टीम इंडिया मोहम्मद सिराज या एक अतिरिक्त बल्लेबाज को मौका दे सकती थी लेकिन विराट अपनी रणनीति पर कायम रहे. इसके बाद बतौर बल्लेबाज भी विराट कोहली फ्लॉप साबित हुए. पहली पारी में विराट ने 44 रन बनाए लेकिन उनकी बल्लेबाजी में वो बात नजर नहीं आई. उन्हें कई बार जेमिसन ने परेशान किया और उन्होंने ही कोहली को आउट किया. दूसरी पारी में भी जेमिसन ने विराट का विकेट चटकाया. इस पारी में विराट कोहली से बड़ी पारी की उम्मीद थी लेकिन दूसरी पारी में विराट महज 13 रन पर निपट गए.
रोहित शर्मा ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन खिताबी मुकाबले में रोहित अच्छी शुरुआत के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल पाए. रोहित शर्मा ने पहली पारी में 34 और दूसरी पारी में 30 रन बनाए. मुश्किल वक्त पर उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन जब वो क्रीज पर सेट हो गए इसके बाद उन्होंने अपना विकेट गंवा दिया. नतीजा भारत को हार झेलनी पड़ी.
चेतेश्वर पुजारा ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ही नहीं बल्कि पूरे टूर्नामेंट में निराश किया. फाइनल की बात करें तो पुजारा पहली पारी में 8 और दूसरी पारी में 15 रन बनाकर आउट हुए. पुजारा कभी भी क्रीज पर जमे हुए नजर नहीं आए, नतीजा उनके साथ खेल रहे बल्लेबाजों पर दबाव बना. इसके अलावा उन्होंने न्यूजीलैंड के अनुभवी बल्लेबाज रॉस टेलर का भी कैच टपकाया. अहम मौके पर इस कैच का छूटना टीम इंडिया के खिलाफ गया. बता दें पुजारा ने पूरे टूर्नामेंट में 18 टेस्ट मैचों में महज 28.03 के औसत से 841 रन बनाए.
ऋषभ पंत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन फाइनल में उनकी वही कमी उभर आई जिसके लिए अकसर उनकी आलोचना की जाती है. पंत ने फाइनल की दोनों पारियों में अपना विकेट बेहद ही खराब शॉट खेलकर गंवाया. पहली पारी में उन्होंने जेमिसन की पांचवें स्टंप की गेंद को छेड़ा जिसकी वजह से वो स्लिप पर आउट हुए. वहीं दूसरी पारी में पंत ने 41 रन बनाए और एक बार फिर वो बेहद ही खराब शॉट खेलकर गलत समय पर आउट हो गए. पंत के आउट होते ही भारत का लोअर ऑर्डर पूरी तरह बिखर गया.
जसप्रीत बुमराह को भारत का सबसे बड़ा स्ट्राइक गेंदबाज माना जाता है लेकिन दाएं हाथ का ये बल्लेबाज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में बुरी तरह फ्लॉप साबित हुआ. बुमराह फाइनल में एक भी विकेट नहीं ले पाए. बुमराह फाइनल में सही लाइन-लेंग्थ हासिल नहीं कर सके जिसकी वजह से न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को क्रीज पर सेट होने का मौका मिला.
Source : News18