वर्ष 2020-21 के वित्तीय वर्ष के केंद्रीय बजट में राजधानी पटना में बढ़ते वायु प्रदूषण के खतरे से निपटने के लिए 408 करोड़ रुपए आवंटित किए गए है। बिहार के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को यह जानकारी दी। गौरतलब है कि पटना में पिछले चार महीनों के आंकड़े में सिर्फ चार दिन ही ऐसे रहे हैं जब प्रदूषण का स्तर संतोषजनक रहा है। अक्टूबर 2019 में चार दिन ऐसे रहे जब पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 या उससे कम रहा है। उसके बाद से शनिवार तक पटना का एक्यूआई स्तर कभी भी संतोषजनक नहीं रहा।

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नवंबर 2019 में पांच दिन पटना का एक्यूआई खतरनाक स्तर पर रहा, जबकि 18 दिन बहुत खराब और पांच दिन खराब के स्तर पर रहा। वहीं दिसंबर 2019 में खतरनाक स्तर पर एक्यूआई कुल सात दिनों तक रहा, जबकि 17 दिन बहुत खराब और एक दिन खराब रहा। जबकि जनवरी 2020 में चार दिन पटना का एक्यूआई स्तर खतरनाक, 16 दिन बहुत खराब और छह दिन खराब रहा है। बजट में 408 करोड़ के प्रावधान से हालात सुधरने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय बजट की सराहना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट सकारात्मक और स्वागतयोग्य है। बजट आम आदमी और किसानों के हित में है। इनकम टैक्स के स्लैब में बदलाव से मध्यम वर्ग के लोगों को सहूलियत होगी। साथ ही किसानों की खाली और बंजर जमीन पर सोलर ग्रिड के निर्माण से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

Input : Dainik Bhaskar

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