दीपाेत्सव यानी दीपावली रविवार काे धूमधाम से मनाया जाएगा। इससे पहले शनिवार काे कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुदर्शी काे नरक निवारण चतुर्दशी के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन संध्या में यम का दीया निकाल कर लाेग अकाल मृत्यु से बचने के लिए यम की पूजा करेंगे। इसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है। इसके साथ ही शनिवार काे हनुमान जयंती भी मनाई जाएगी। जिसमें हनुमान जी के बाल स्वरूप की पूजा-अर्चना कर श्रद्धालु सुख और  आरोग्य  की कामना करते हैं। इसकाे लेकर शहर के हनुमान मंदिराें में देर रात्रि तक तैयारी चलती रही। मंदिर काे रंग-बिरंगी लाइटों व फूलाें से सजाया गया। शनिवार की सुबह हनुमान मंदिराें में पूजा-अर्चना की जाएगी। मनाेकामना मंदिर के पुजारी रमेश मिश्र ने बताया कि नरक चतुर्दशी की शाम सात दीपक जलाना चाहिए। पहला दीपक मंदिर, दूसरा तुलसी, तीसरा पानी के मटके के समीप, चौथा और पांचवां मुख्य द्वार पर, छठा कूड़ा के समीप और सातवां दीपक पित्तरों की तस्वीर या दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। इससे घर में हाे रहे कलह-क्लेश अदि  दूर हाेंगे तथा घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हाेगा। साथ ही शनिवार काे हनुमान जयंती पर हनुमान चालीसा का पाठ व पूजा करने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त हाेती है।

इनपुट: दैनिक भास्कर 

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