अगले माह गर्मी की धमक दिखने लगेगी। इस बार क्या होगा? मन में चिंता सता रही। चिकित्सकों ने गत वर्ष सलाह दी थी कि बच्चों को धूप में नहीं भेजें। दौरे पर आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की थी कि सबको आवास की सुविधा दी जाएगी, मगर अब तक नहीं मिली। ऐसे में अबकी बार भी झोपड़ी में ही गर्मी कटेगी। यह कहते हुए कांटी दरियापुर के नुनु महतो फफक पड़े। उनके चार वर्षीय पुत्र की मौत गत वर्ष एईएस से हो गई थी। ये पांच बेटियों को लेकर चिंतित हैं। यहीं के विनोद महतो व मिथिलेश देवी की पीड़ा भी कुछ ऐसी ही है।
पिछले साल हो गई थी 167 की मौत
एसकेएमसीएच में गत साल इलाज के लिए 610 बच्चों को भर्ती कराया गया था। इसमें से 167 ने दम तोड़ दिया था, जबकि 443 स्वस्थ होकर घर लौटे थे। इससे मुख्यमंत्री मर्माहत हुए थे और आनन-फानन मेंं एसकेएमसीएच पहुंचे थे। उन्होंने इसे रोकने के लिए एईएस प्रभावित प्रखंडों में पीडि़तों को राशन कार्ड व आवास सुविधा देने की घोषणा की थी। सरकार के आदेश पर प्रशासन ने राशन कार्ड तो मुहैया करा दिया, लेकिन आवास योजना का लाभ अब तक नहीं मिल सका। जिले में एईएस से पांच प्रखंड ज्यादा प्रभावित हैं। इनमें मोतीपुर, मुशहरी, कांटी, मीनापुर और बोचहां शामिल हैं।
4565 योग्य परिवारों को शीघ्र दें आवास
एईएस से अत्यधिक प्रभावित पांच प्रखंडों में आवास एप के माध्यम से 4565 लाभुकों को शीघ्र सीएम आवास योजना देने का निर्देश दिया गया है। इसमें बोचहां में 236, कांटी में 1464, मीनापुर में 243, मोतीपुर में 2612 और मुशहरी में 10 परिवार हैं।
28 हजार को मिलना है पीएम आवास
एईएस प्रभावित प्रखंडों में पीएम आवास योजना (ग्रामीण) के तकरीबन अन्य सभी योग्य लाभुकों के आवेदन स्वीकृत कर लिए गए हैं। मुख्यालय को इसकी रिपोर्ट भी भेजी गई है। इसमें कहा गया है कि एईएस प्रभावित मीनापुर, कांटी, मोतीपुर, बोचहां व मुशहरी प्रखंडों से 28 हजार 267 लोगों के आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। इसमें बोचहां में 7704, मीनापुर में 10661, मोतीपुर में 4998, मुशहरी में 3027 और कांटी में 1877 योग्य लाभुक शामिल हैं।
25864 को मिला राशन कार्ड
एईएस प्रभावित पांच प्रखंडों में सभी योग्य लाभुकों को राशन कार्ड प्रशासन ने जारी कर दिया है। इसमें मुशहरी में 14218, मीनापुर में 5231, कांटी में 3728, मोतीपुर में 1940 और बोचहां में 747 लोगों को राशन कार्ड दिए गए हैं।
इस बारे में उप विकास आयुक्त उज्जवल कुमार सिंह ने बताया कि ‘एईएस प्रभावित प्रखंडों के योग्य परिवारों को आवास योजना का लाभ देने की कवायद अंतिम प्रक्रिया में है। सहायता राशि शीघ्र स्वीकृत करने के लिए सभी बीडीओ को निर्देश दिया गया है।
वहीं एसकेएमसीएच अधीक्षक सुनील कुमार शाही ने कहा कि एईएस प्रभावित बच्चों के इलाज के लिए अलग से वार्ड बन रहा है। निर्माण अंतिम चरण में है। इसमें एक सौ बच्चों के इलाज की व्यवस्था होगी। अप्रैल में वार्ड तैयार होकर मिल जाएगा।
Input : Dainik Jagran